आज के खराब लाइफस्टाइल के चलते हम ना चाहते हुए भी कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक है बॉडी में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाना। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक स्वस्थ शरीर में 3.5 से 7.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर यूरिक एसिड की मात्रा होनी चाहिए। वहीं, बॉडी में इससे ज्यादा यूरिक एसिड होने पर ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा हो जाता है। ऐसे में व्यक्ति को जोड़ों में तेज दर्द, सूजन और गठिया की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा यूरिक एसिड के बढ़ने से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और थॉयराइड होने का खतरा भी अधिक रहता है। साथ ही यूरिक एसिड आपकी किडनी पर भी बेहद खराब असर डालता है। ऐसे में इसे कंट्रोल करना और जरूरी हो जाता है।
क्या होता है यूरिक एसिड?
यूरिक एसिड एक टॉक्सिन है, जो खाने के पचने के बाद शरीर में बनता है। किडनी इन टॉक्सिन को फिल्टर कर टॉयलेट के जरिए बाहर निकाल देती हैं, लेकिन अधिक मात्रा में होने पर ये टॉक्सिन जोड़ों में जमा होने लगते हैं और तब किडनी भी इन्हें निकालने में असमर्थ हो जाती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप हाई यूरिक एसिड की परेशानी से जूझ रहे हैं, तो अपनी डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल कर इसे काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। हालांकि, कई बार कुछ चीजों को खाने से ये परेशानी और अधिक भी बढ़ सकती है। इसी कड़ी में इस आर्टिकल में हम आपको 5 ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका सेवन हाई यूरिक एसिड की परेशानी को और बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
गोल्डन किशमिश:
गौरतलब है कि खाने में प्यूरिन से भरपूर चीजें शामिल करने से बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। वहीं, किशमिश अंगूर से बनती है जिसमें प्यूरीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में गोल्डन किशमिश खाने से गाउट की समस्या और भी बढ़ सकती है, साथ ही यह खून में यूरिक एसिड की मात्रा को भी बढ़ाता है।
सेब:
हाई यूरिक एसिड में फ्रुक्टोस के सेवन से भी बचा जाता है। वहीं, 100 ग्राम सेब में करीब 8.52 ग्राम तक फ्रुक्टोस पाया जाता है। ऐसे में सेब का सेवन भी यूरिक एसिड और गाउट की समस्या को बढ़ा सकता है।
चीकू:
सेब की तरह ही चीकू को भी हाई फ्रुक्टोस खानपान की सूची में गिना जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो 100 ग्राम चीकू में करीब 8.6 ग्राम तक फ्रुक्टोस होता है। ऐसे में हाई यूरिक एसिड से परेशान लोगों को चीकू से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
रात के समय ना खाएं दाल:
दाल प्रोटीन से भरपूर होती है और शरीर में बहुत अधिक ऊर्जा पैदा करती हैं। हालांकि, हाई यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे मरीजों को रात में दाल का सेवन ना करने की सलाह दी जाती है।
शराब से बनाएं दूरी:
एल्कोहल किडनी से यूरिक एसिड को निकलने से बाधित करता है। ऐसे में यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकलने की बजाय शरीर के अंदर ही फैलने लगता है। इससे भी परेशानी और बढ़ सकती है।