एसिडिटी तब होती है जब पेट की गैस्ट्रिक ग्लैंड में एसिड का अधिक स्राव होता है। इसमें गैस, पेट दर्द के अलावा और भी कई अन्य लक्षण शामिल हैं। लंबे समय तक खाली पेट रहने के कारण एसिडिटी हो सकती है। जब एसिड का स्राव सामान्य से अधिक होता है तो हम एसिड रिफ्लक्स का अनुभव करते हैं जो कि सामान्य रूप से तब होता है जब हम हेवी मील या मसालेदार खाना खाते हैं। एसिडिटी के कारण कई बार काफी असहजता महसूस होती है। ऐसे में कुछ आसान से घरेलू उपचारों की मदद से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। तुलसी पत्ता एसिडिटी के लिए बेहतरीन उपाय होता है। इसके अलावा और भी कई चीजें हैं जिनकी मदद से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
तुलसी पत्ता: तुलसी में सूदिंग और कार्मेटिव गुण होते हैं जो एसिडिटी से तुरंत राहत दिलाने में मदद करते हैं। जैसे ही आपको एसिडिटी जैसा महसूस हो, 3-4 तुलसी के पत्ते चबा लें या फिर तुलसी को पानी उबालकर उस पानी को पी लें। एसिडिटी के लिए यह बेहतरीन उपाय है।
सौंफ: सौंफ में विटामिन-सी, फोलेट, फाइबर जैसे महत्वपूर्ण तत्व शामिल होते हैं जो एसिडिटी से राहत दिलने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं यह पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए भी कारगर है। सौंफ का पानी पीने से एसिडिटी की समस्या कम हो सकती है।
दालचीनी: दालचीनी एसिडिटी के लिए एक नेचुरल एंटासिड की तरह काम करता है। इसके अलावा पाचन में भी मदद करता है। राहत के लिए, गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल ट्रैक्ट में इंफेक्शन को ठीक करने के लिए दालचीनी की चाय पीएं। दालचीनी पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है और स्वास्थ्य लाभकारी गुणों से भरपूर है।
छाछ: छाछ में लैक्टिक एसिड होता है जो एसिडिटी से राहत दिलाने में मदद करता है। तो जब भी आप हेवी मील या मसालेदार खाना खाएं, तो छाछ जरूर पिएं। इससे आपके पेट को राहत मिलेगी। छाछ में आप धनिया पत्ता और एक चुटकी काली मिर्च मिला सकते हैं, इससे आपको जल्द आराम मिलेगा।
केला: जब स्वास्थ्य लाभ गुणों की बात आती है, तो केला खाना महत्व रखता है। केले में प्राकृतिक एंटासिड होते हैं जो एसिड रिफ्लक्स के खिलाफ लड़ने में काम कर सकते हैं। यह एसिडिटी से छुटकारा पाने का सबसे सरल घरेलू उपाय है। असुविधा को रोकने के लिए हर दिन एक केला खाएं।
