डाइबिटीज की समस्या बढ़ती जा रही है। अब तो यह युवाओं तक को अपना शिकार बना रही है। इसकी चपेट में आते ही हमारा अतिरिक्त खर्च अचानक बढ़ जाता है। डॉक्टरों और दवाओं के फेर में अपना समय और पैसा खर्च होता जाता है। डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए दवाओं के साथ परहेज भी करते हैं। लेकिन कुछ ऐसे फू्ड्स हैं जिनसे इसे कंट्रोल में रखा जा सकता है।
2010 में जर्नल ऑफ पब्लिश प्लांट्स फूड्स फॉर ह्यूमन में छपे एक शोध के मुताबिक, टाइप 2 डाइबिटीज से पीड़ित लोग खीरे को अपने डाइट में शामिल कर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रख सकते हैं। इस फल में कैलोरी, वसा, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम काफी कम मात्रा में होता है। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। इसलिए यह डाइबिटीज को कंट्रोल में रखने का बेहतर इलाज है।
खीरे में पोटैशियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने में मदद करता है। खीरे में पानी की मात्रा भी अधिक होती है। जिससे यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। यह कार्बोहाइड्रेट और शुगर को पचाने में भी मदद करता है। इससे डाइबिटीज कंट्रोल में रहता है।
डाइबिटीज एक्सपर्ट द्वारा चलाए जा रही संस्था डाइबिटीड काउंसिल ऑनलाइन के अनुसार, यह पौष्टिक फल डाइबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए बेहरत इलाज से कम नहीं है। इसमें अधिक मात्रा में फाइबर होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकता है।”
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के मुताबिक, खीरे में करीब 10 कैलरी होती हैं। इसमें 95 प्रतिशत पानी होता है। यह बॉडी को हाइड्रेट रखता है और विषाक्त पदार्थों से सुरक्षित करता है। खीरे में इतनी भारी मात्रा में पानी की मौजूदगी शरीर को साफ रखती है। इसे रोजाना खाने से शरीर की गंदगी बाहर निकल जाती है।