मधुमेह रोगियों के लिए एक अच्छी खबर है। इस बीमारी में कारगर मानी जाने वाली जानुविया (सीटाग्लिप्टिन) का सस्ता रूप बाजार में आने वाला है। सीताग्लिप्टिन का पेटेंट इसी महीने समाप्त हो गया। कई भारतीय दवा कंपनियां अब इसे लॉन्च करने की योजना बना रही हैं। जिससे इसकी कीमत मौजूदा कीमतों का सिर्फ एक तिहाई रहने की उम्मीद है।

विशेषज्ञों का कहना है कि मधुमेह की दवा के जेनेरिक संस्करण आने से इस बीमारी की कीमत एक तिहाई कम हो जाएगी। पहले डायबिटीज के मरीजों को इस दवा के लिए रोजाना 45 रुपये खर्च करने पड़ते थे। अब नया जेनेरिक वर्जन आने के बाद इसकी कीमत महज 8 से 18 रुपये होगी।

बता दें कि मधुमेह रोधी दवा सीटाग्लिप्टिन का पेटेंट इसी महीने समाप्त हो रहा है। कई भारतीय दवा कंपनियां अब इस दवा को लॉन्च करने की योजना बना रही हैं, जिससे इसकी कीमत मौजूदा कीमतों के एक तिहाई तक कम होने की उम्मीद है। सीटाग्लिप्टिन का उपयोग टाइप -2 मधुमेह के उपचार में किया जाता है, एक ऐसी स्थिति जिसमें रक्त शर्करा बढ़ जाता है क्योंकि शरीर सामान्य रूप से इंसुलिन का उत्पादन या उपयोग नहीं करता है।

सीटाग्लिप्टिन एक लोकप्रिय दवा है जो टाइप 2 मधुमेह के रोगियों के लिए एक बेहतर विकल्प प्रदान करती है, जो मेटफॉर्मिन (टाइप 2 मधुमेह के लिए एक अन्य दवा) जैसे दुष्प्रभावों के उच्च जोखिम में हैं। अमेरिकी दवा कंपनी मर्क एंड कंपनी द्वारा विकसित, सीटाग्लिप्टिन को 2006 में यूएस एफडीए द्वारा अनुमोदित किया गया था। यह डाइपेप्टिडाइल पेप्टिडेज़ -4 (डीपीपी -4) अवरोधकों की श्रेणी में स्वीकृत पहली मधुमेह दवा थी, जो शरीर को रक्त शर्करा को कम करने में सक्षम बनाती है।

45 रुपये प्रति खुराक तक का आता है खर्च

मर्क अब तक भारत में जानुमेट ब्रांड के तहत सीटाग्लिप्टिन और मेटफॉर्मिन के एक निश्चित खुराक संयोजन की बिक्री कर रहा था। सन फार्मा ने मर्क के साथ एक लाइसेंस समझौते के तहत सीटाग्लिप्टिन और सीटाग्लिप्टिन-मेटफॉर्मिन संयोजन भी बेचा। फिलहाल भारत में इस दवा की खुदरा कीमत 38 से 45 रुपये प्रति टैबलेट है।

50 से 100 कंपनियां इस दिशा में कर रही काम

अमेरिकी फर्म मर्क के जानुविया के जेनेरिक संस्करण अगले कुछ महीनों में लॉन्च होने वाले हैं। भारत में फार्मास्युटिकल बिजनेस में कई कंपनियां हैं। इनमें से डॉ. रेड्डीज, ग्लेनमार्क, सन फार्मा, जेबी केमिकल्स इस दवा के जेनेरिक वर्जन के साथ अगले हफ्ते बाजार में उतरने जा रहे हैं। इसके साथ ही सिप्ला, टोरेंट, जायडस कैडिला, ल्यूपिन जैसी 50 से 100 कंपनियां भी रणनीति पर काम कर रही हैं।

डॉ. रेड्डी लॉन्च करेगी स्टिग

डॉ. रेड्डी के प्रवक्ता का कहना है कि हम स्टिग ब्रांड नाम से सीताग्लिप्टिन लॉन्च करने वाले हैं। स्टिग मधुमेह रोगियों के लिए उपलब्ध सबसे सस्ती दवाओं में से एक होगी। वहीं, ग्लेनमार्क ने एक बयान में कहा कि कंपनी की दवा सस्ती होगी।