तन और मन को तंदरुस्त रखने में एक मिनरल्स बेहद जरूरी है। जी हां हम बात कर रहे हैं मैग्नीशियम की जो हमारे शारीरिक और मानसिक दोनों सेहत के लिए जरूरी है। मैग्नीशियम (Magnesium) एक महत्वपूर्ण खनिज है जो शरीर में कई जैविक प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है। शरीर को इसकी अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है। हमारी बॉडी को इस मिनरल्स की जरूरत  मांसपेशियों और नर्व के कार्यों में सुधार करने के लिए, ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए, ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने के लिए, हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में और प्रोटीन और डीएनए संश्लेषण में जरूरी है।

अगर कोई एक पोषक तत्व है जो तन मन को एक साथ पुनर्जीवित कर सकता है वो मैग्नीशियम है। मैग्नीशियम की कमी को डाइट से पूरा करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां,नट्स और बीज,साबुत अनाज, मछली,दाल और फलियों का सेवन कर सकते हैं। मैग्नीशियम रिच डाइट ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है, तनाव कम करती है और नींद की क्वालिटी को बेहतर बनाती है। मैग्नीशियम का रेगुलर सेवन करने से इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है और बॉडी को कई तरह से फायदा होता है।

आप जानते हैं कि मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए आप एक और तरीका अपना सकते हैं। मैग्नीशियम ऑयल का इस्तेमाल अगर रोजाना बेली बटन पर किया जाए तो बॉडी में इस मिनरल की कमी की भरपाई की जा सकती है। मैग्नीशियम ऑयल को सीधे स्किन पर मसाज करने से या स्प्रे करने से तनाव दूर होता है,नींद में सुधार होता है और मांसपेशियों के दर्द से राहत मिलती है। आइए जानते हैं कि मैग्नीशियम रिच ऑयल कैसे सेहत पर असर करता है और बेली बटन पर इस ऑयल से मसाज करने से सेहत को कौन-कौन से फायदे होंगे।

मैग्नीशियम रिच ऑयल की मसाज करने से सेहत पर असर

मैग्नीशियम ऑयल टेक्नीकली तेल नहीं होता बल्कि यह मैग्नीशियम क्लोराइड फ्लेक्स और पानी का मिश्रण होता है। इस तेल को स्किन पर लगाने से शरीर में इस पोषक तत्व का स्तर बढ़ सकता है जिसे ट्रांसडर्मल कहा जाता है। जर्नल ऑफ पैलिएटिव मेडिसिन में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक जिन प्रतिभागियों को क्रॉनिक किडनी डिजीज था उन्होंने मैग्नीशियम ऑयल का इस्तेमाल करके न्यूरोपैथिक पेन और उसके लक्षणों ने निजात मिली। अध्ययन में प्रतिभागियों ने 12 हफ्तों तक रोजाना पांच बार मैग्नीशियम क्लोराइड स्प्रे का इस्तेमाल किया।

मियामी की इन्फ्लुएंसर मंदाना ज़रघामी ने टिक टॉक पर एक वायरल वीडियो में बताया है कि वो मैग्नीशियम ऑयल को दिन में बगल और नाभि पर स्प्रे करती है और रात में अपने पैरों के तलवों पर भी लगाती हैं तो उन्हें सुकून महसूस होता है। मैग्नीशियम ऑयल मैग्नीशियम क्लोराइड फ्लेक्स और पानी का मिश्रण है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं।

नाभि पर मैग्नीशियम ऑयल लगाने से सेहत पर कैसा होता है असर

  1. आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में नाभि को एनर्जी सेंटर माना जाता है। यह कई नसों और तंत्रिका से जुड़ी होती है,यह पोषक तत्वों और खनिजों को अवशोषित करने के लिए बेस्ट प्लेटफॉर्म है। नाभि पर मैग्नीशियम ऑयल लगाने से पाचन तंत्र को बायपास करके सीधे रक्त प्रवाह में इसका अवशोषण संभव हो सकता है।
  2. मैग्नीशियम को रिलैक्सेशन मिनरल कहा जाता है क्योंकि यह तंत्रिका तंत्र को शांत करता है और नींद हार्मोन को कंट्रोल करता है। रात में सोने से पहले बेली बटन पर इसे लगाने से गहरी और आरामदायक नींद आ सकती है।
  3. मैग्नीशियम मांसपेशियों को आराम देने की ताकत रखता है। इसे बेली बटन के पास लगाने से आंतों की मांसपेशियों को राहत मिल सकती है, सूजन कंट्रोल होती है और पीरियड में होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है।
  4. तनाव, खराब नींद और हार्मोन असंतुलन का इलाज करने में मैग्नीशियम बेहद असरदार है। महिलाएं PMS के लक्षण, मूड स्विंग्स और अनियमित पीरियड को कंट्रोल करने में इस ऑयल से मसाज कर सकती हैं।
  5. मैग्नीशियम तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों को आराम देता है इसलिए इसे बेली बटन पर लगाने से बॉडी को सुकून और आराम मिलता है।

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