Diabetes Diet: बात जब हेल्दी फूड्स की आती है तो उसमें मूंगफली का नाम भी लिया जाता है। मुट्ठी भर भूने हुए नमकीन मूंगफली में प्रचुर मात्रा में नियासिन, मैंग्नीज, फाइबर, फॉस्फोरस, विटामिन-ई, फोलेट, कॉपर और मैग्नीशियम पाया जाता है। एक आउंस मूंगफली में करीब 8 ग्राम कोलेस्ट्रॉल रहित प्लांट प्रोटीन पाया जाता है जो दूसरों से काफी अधिक होता है। द पीनट इंस्टिट्यूट और नैशनल पीनट बोर्ड के अनुसार ब्लड शुगर लेवल को बेहतर करने में भी इस छोटे से फूड का बड़ा योगदान होता है। आइए जानत हैं कैसे –
वजन घटाता है: लोगों का वजन बढ़ने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा होता है। ऐसे में एक्सपर्ट्स के मुताबिक मूंगफली के सेवन से वजन पर नियंत्रण रखने में मदद मिलती है। इसमें प्रचुर मात्रा में अमीनो एसिड्स पाए जाते हैं जो वजन को काबू में रखने वाले हार्मोन्स को रिलीज करत हैं। साथ ही, फाइबर की मौजूदगी से मूंगफली खाने से लोगों को जल्दी भूख नहीं लगती है और वो ओवर ईटिंग से बच जाते हैं।
होता है लो ग्लाइसमिक इंडेक्स वैल्यू: ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक ऐसा रेटिंग सिस्टम जिसमें ये बताया जाता है कि किसी भी फूड में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कितनी होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार मधुमेह रोगियों को कार्ब्स का सेवन कम करना चाहिए क्योंकि कार्बोहाइड्रेट्स ब्लड शुगर बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। बता दें कि मूंगफली का जीआई वैल्यू केवल 14 होता है जो ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देता है।
मरीजों को एनर्जेटिक रखता है: आमतौर पर कार्बोहाइड्रेट के ब्रेकडाउन से शरीर में ग्लूकोज बनता है जिसका इस्तेमाल सेल्स एनर्जी बनाने के लिए करते हैं। मगर डायबिटीज रोगियों के बॉडी सेल्स इंसुलिन को रिस्पॉन्ड नहीं करते हैं जिस वजह से ग्लूकोज खून में ही जमा हो जाता है और उन्हें थकान महसूस होती है। प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स का बेहतरीन स्रोत मूंगफली मरीजों के शरीर को ताकत प्रदान करता है।
कम होती है इंसुलिन रेसिस्टेंस की परेशानी: मूंगफली में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो Insulin Resistance को कम करता है। इससे ब्लड में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मधुमेह रोगी रोजाना की डाइट में 10 से 20 ग्राम मूंगफली शामिल कर सकते हैं।
खा सकते हैं ये ड्राय फ्रूट्स: सूखे मेवों की गिनती सुपरफूड्स में होती है, इनका सेवन मधुमेह से ग्रस्त मरीज भी कर सकते हैं। बादाम, काजू, पिस्ता, खजूर और अखरोट का सीमित मात्रा में सेवन करने से फायदा होगा।