Yoga for Thyroid Patients: बीमारियों से निजात पाने के लिए दवाइयों के अलावा हम पौष्टिक आहार पर ज़ोर देते हैं। साथ ही व्यायाम ख़ासकर योग को कई बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए कारगर माना जाता है। कई ऐसी बीमारियां हैं जिनमें योग के ज़रिए मरीज को आराम मिलता है। थायरॉयड में भी योग को कारगर माना गया है। दरअसल थायरॉयड गर्दन में पाई जाने वाली एक ग्रंथि है। हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को संतुलन में रखना इसका मुख्य काम है।
यह थायरॉयड ग्रंथि (Thyroid Gland) जब ज़्यादा मात्रा में थाइरॉक्सिन हार्मोन का स्राव करने लगती है तब हमारे शरीर में कई दिक्कतें उत्पन्न हो जाती है। जानिये कुछ आसान योगासनों के बारे में जो थायरॉयड पीड़ित व्यक्ति को विशेष लाभ पहुंचाते हैं।
विपरीत करनी – इस आसन से थायरॉयड ग्रंथि के स्राव प्रक्रिया को संतुलित किया जा सकता है। इसके अलावा इस योग से गर्दन, कंधे व पीठ की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है।
करने का तरीका – आप दीवार के पास दीवार की तरफ़ ही मुंह करके बैठ जाएं। हाथों का सहारा लेते हुए पीछे की ओर झुक जाएं और कूल्हों व पैरों को ऊपर उठाकर दीवार से सीधे सटा लें। हथेलियों को उपर की ओर रखते हुए बाहों को शरीर से दूर फैला लें। इस मुद्रा में आप अपने सुविधानुसर 10 – 15 मिनट तक रहें। फिर घुटनों को धीरे – धीरे मोड़ते हुए दाई ओर घूम जाएं और सामान्य अवस्था में बैठ जाएं।
नाड़ीशोधन प्राणायाम – इस योग से थायरॉयड में राहत तो मिलता ही है साथ ही शरीर में रक्तसंचार सुगमता से होता है।
करने का तरीका – दाहिने हाथ की उंगलियों को मुंह के सामने रखें। तर्जनी और बीच की उंगली को माथे के बीचों – बीच हल्के से रखें। अंगूठा दाहिने नासिकछिद्र के उपर और अनामिका बाएं नासिकाछिद्र के उपर रखें। पहले एक नासिकाछिद्र को दबाकर दूसरे से सांस लें और फिर दूसरे नासिकाछिद्र से भी यही प्रक्रिया दोहराएं। इस योग को 30 मिनट तक करें।
शवासन – इस योग को सबसे अंत में किया जाता है। शरीर को आराम और मन को शांत, एकाग्र करने के लिए यह सबसे आसान आसन है। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और रक्तचाप नियंत्रण में रहता है।
योग से आपको थायरॉयड में आराम मिल सकता है, लेकिन अगर आप इसे सही तरीके से नहीं करते तो आपको कुछ दिक्कतें भी हो सकती हैं। अतः योग शुरू करने से पहले आप किसी प्रशिक्षित योग ट्रेनर की सलाह भी ले सकते हैं।