Thyroid : थायराइड एक ऐसी बीमारी है जिसमें गले का एक हिस्सा यानी थायराइड ग्रंथि प्रभावित होने की वजह से शरीर में पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बन पाते हैं। जिससे व्यक्ति के शरीर में कई बदलाव आते हैं। यह बीमारी पुरुषों के मुकाबले स्त्रियों को ज्यादा होती है। आजकल देखा जा रहा है कि युवाओं में भी थायराइड का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि युवाओं की बदलती लाइफस्टाइल और खानपान का तरीका उनमें थायराइड के खतरे को बढ़ा रहा है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि आप थायराइड के लक्षणों को पहचानें और समय रहते इस बीमारी से बचने की कोशिश करें।
थायराइड के लक्षण (Thyroid Syptoms/ Syptoms of Thyroid)
गले में सूजन : थायराइड के मरीज को गले में सूजन की शिकायत रहती है, क्योंकि थायराइड में गले की थायराइड ग्रंथि प्रभावित होती है। इसलिए अक्सर मरीजों में यह लक्षण देखे जाते हैं।
वजन का बढ़ना या कम होना : थायराइड के मरीजों का वजन बढ़ता या घटता है। आमतौर पर थायराइड के मरीजों में वजन के अनियंत्रित रहने के लक्षण होते हैं। अपना वजन नियमित रूप से चेक करते रहें।
हृदय गति में असंतुलन: जिस व्यक्ति को थायराइड होता है उसकी ह्रदय गति कभी बहुत तेज और कभी बहुत धीमी हो जाती है। यह थायराइड का महत्वपूर्ण लक्षण है। ऐसा लगने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
मूड स्विंग : थायराइड में मरीजों को अक्सर मूड स्विंग की शिकायत रहती है। वह कभी बहुत खुश और कभी बहुत दुखी महसूस करते हैं। शरीर में बदलाव महसूस होने की वजह से मूड स्विंग होता है।
बालों का झड़ना: इस बीमारी में मरीजों के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। थायराइड में मरीज के बाल इतने कमजोर हो जाते हैं कि बिना बालों को हाथ लगाए भी बाल टूट कर नीचे गिरते रहते हैं।
ऐसे करें थायराइड से बचाव (How to Cure Thyroid) :
हेल्दी डाइट को अपनाना: थायराइड से बचाव के लिए हेल्दी डाइट को अपनाना चाहिए। साथ ही उसे पचाने के लिए भी मेहनत करनी चाहिए।
डिब्बाबंद भोजन से बचें: थायराइड से प्रभावित मरीज को डिब्बाबंद भोजन से बचना चाहिए। ऐसा भोजन थायराइड के मरीज के लिए बहुत खराब होता है।
व्यायाम करना: थायराइड के मरीज को सर्वांगासन, मत्स्यासन और हलासन आदि योगासन करने चाहिए। इसके अलावा गले की अधिक से अधिक एक्सरसाइज कनी चाहिए।