How to cure hypothyroidism: थायरॉयड ग्रंथि शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह ग्रंथि हमारी गर्दन के नीचे स्थित होता है और हमारे शरीर में मेटाबॉलिक प्रोसेस को विनियमित करने में एक बड़ी भूमिका निभाता है। थायरॉयड बढ़ जाने के कारण गर्दन में दर्द और सूजन हो जाता है, साथ ही कभी-कभी बुखार भी हो जाता है। ऐसे में लोग इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए दवाइयां लेते हैं या फिर किसी घरेलू नुस्खें की मदद लेते हैं। लेकिन बहुत कम लोग होते हैं जो जड़ी-बूटियां लेते हैं। थायरॉयड की समस्या से छुटकारा दिलाने में जड़ी-बूटी बेहद कारगर होता है। आइए जानते हैं थायरॉयड के लोगों को कौन सी जड़ी-बूटी अपनी डाइट में शामिल करनी चाहिए।

अश्वगंधा
अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है जो हार्मोन की सही मात्रा का उत्पादन करके थायरॉयड को प्रभावित करता है। अश्वगंधा को इम्यून सिस्टम में सुधार करके शरीर को तनाव से लड़ने में मदद करता है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण भी होता है।

अलसी का बीज
अलसी का बीज में आवश्यक फैटी एसिड मौजूद होता है, विशेष रूप से ओमेगा -3 फैटी एसिड, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है जिससे थायरॉयड की समस्या कम होती है।

अदरक
अदरक में पोटेशियम, जिन्क और मैग्निशियम होता है जो थायरॉयड के कारण होने वाले दर्द, सूजन और बुखार को कम करने में मदद करता है। साथ ही अदरक थायरॉयड वाले हार्मोन को भी कंट्रोल करने में सहायता करता है। इस प्रकार थायरॉयड कंट्रोल में रहता है।

लिकोरिस
लिकोरिस एक सौम्य ऊर्जा को बढ़ावा देने के साथ-साथ थायरॉइड हार्मोन विनियमन को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह जड़ी बूटी ग्रंथियों के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है ताकि जिन रोगियों को थकान हो उन्हें पर्याप्त ऊर्जा मिल सके।

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