Cricketers suffered from major depression: डिप्रेशन एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण लोगों की जिंदगी बहुत बुरी तरह प्रभावित होती है। कोई भी डिप्रेशन का शिकार हो सकता है, चाहे वह कोई आम इंसान हो या फिर कोई सेलिब्रिटी। बता दें कि बहुत से ऐसे क्रिकेटर्स हैं जो डिप्रेशन के शिकार हो चुकें हैं जिसकी वजह से उनका करियर बहुत बुरी तरीके से बर्बाद हो चुका है। ये क्रिकेटर्स अपने समय के एक अच्छे खिलाड़ी थे। डिप्रेशन ने ना सिर्फ उनका करियर बिगाड़ा बल्कि उनकी जिंदगी को भी कही ना कही प्रभावित किया। आइए जानते हैं उन क्रिकेटर्स के बारे में जो डिप्रेशन के शिकार हो चुके हैं।
माइकल यार्डी:
माइकल यार्डी ऑलराउंडर ने 2011 विश्व कप के दौरान श्रीलंका के खिलाफ अपने क्वार्टर-फाइनल टाई के दौरान डिप्रेशन की वजह से बीच में ही मैच छोड़ दिया था।
स्टीव डेविस:
इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर और पहले खुले तौर पर समलैंगिक क्रिकेटर डिप्रेशन के शिकार हुए थे। 2012 में उन्होंने अपने दोस्त और टीम के साथी टॉम मेनार्ड को एक दुर्घटना में खो दिया था। उनके डिप्रेशन में जाने का यह एक बहुत बड़ा कारण था।
स्टीव हार्मिसन:
स्टीव हार्मिसन इंग्लैंड के क्रिकेटर थे जो अंतर्राष्ट्रीय करियर के दौरान डिप्रेशन का सामना कर रहे थे। एक इंटरव्यू में, हार्मिसन ने कहा कि उन्होंने केवल महसूस किया कि 2004-05 में इंग्लैंड के दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान उन्हें कितनी बुरी चीजें मिली थीं।
एंड्रयू फ्लिंटॉफ:
इंग्लैंड के ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने अपने डिप्रेशन में होने की बात को स्वीकार किया था। उन्होंने इसके पीछे के कारण के बारे में बताया भी था और कहा था कि अधिक पीने के कारण शायद वह इस समस्या के शिकार हो गए।
जोनाथन ट्रॉट:
2013 में, जोनाथन ट्रॉट तनाव से संबंधित बीमारी के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे से वापस अपने घर लौट आए थे। उन्होंने क्रिकेट से काफी समय तक ब्रेक भी लिया था।
मैथ्यू होगार्ड:
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि वह 2008 के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान डिप्रेशन से जूझ रहे थे।
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