calcium deficiency in women: कैल्शियम हमारी बॉडी में सबसे ज्यादा प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला खनिज है जो हमारी बॉडी में हड्डियों और दांतों के विकास में और उनके रखरखाव में अहम भूमिका निभाता है।कैल्शियम हृदय, तंत्रिकाओं, मांसपेशियों और बॉडी के बाकी अंगों को ठीक से काम करने में मदद करता है। कैल्शियम ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करने के लिए सबसे अधिक जाना जाता है। कैल्शियम हासिल करने का सबसे अच्छा तरीका हमारी डाइट है। कई फूड्स ऐसे हैं जिनमें कैल्शियम भरपूर मौजूद होता है। जिनका सेवन करके बॉडी में कैल्शियम की भरपाई होती है।

बुजुर्गो, महिलाओं और बच्चों के लिए कैल्शियम से भरपूर डाइट का सेवन करना बेहद जरूरी है। बच्चों के शारीरिक विकास में कैल्शियम अहम किरदार निभाता है तो बुढ़ापा में बुजुर्गों को हड्डियों में दर्द और हड्डियों से जुड़ी कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं जिसके लिए कैल्शियम का सेवन बेहद उपयोगी है।

महिलाओं में कैल्शियम की कमी ज्यादा देखी जाती है, जिसके लिए उनकी खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। महिलाएं दिन भर काम में लगी रहती है, डाइट में जरूरी पोषक तत्वों का सेवन नहीं करती, खासकर दूध और दूध से बने पदार्थ नहीं खाती जिसकी वजह से उनकी बॉडी में कैल्शियम की कमी होने लगती है। हेल्थलाइन के मुताबिक महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने से उनकी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है और ऑस्टियोपोरोसिस हो जाता है। महिलाओं को उम्र बढ़ने के साथ-साथ अपनी हड्डियों को हेल्दी रखना जरूरी है। बढ़ती उम्र से मतलब उन महिलाओं से हो जिन्हें मेनोपोज हो चुका है। 

रजोनिवृत्ति के बाद हड्डियों को हेल्दी बनाए रखने के लिए पर्याप्त कैल्शियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों और विटामिन डी की कमी से समस्या और बढ़ जाती है। बॉडी में कैल्शियम की कमी को रोकने के लिए जरूरी है कि इसके कम होने के लक्षणों की पहचान कर ली जाए। आइए जानते हैं कि महिलाओं की बॉडी में कैल्शियम की कमी होने पर कौन-कौन से 5 लक्षण दिखते हैं और उनकी पहचान कैसे करें।

पीरियड से पहले बॉडी में क्रैम्प आना

बॉडी में कैल्शियम की कमी होने से महिलाओं को पीरियड्स के दौरान काफी दर्द से गुजरना पड़ता है। हाइपरकैल्सीमिया के कारण प्री मेंस्ट्रुअल क्रैम्प के गंभीर लक्षण भी हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में महिलाओं में हार्मोनल बदलाव भी हो सकते हैं। हर महीने अगर महिलाएं अपनी बॉडी में इस तरह के लक्षण देखती है तो उन्हें समझ जाना चाहिए कि उनकी बॉडी में कैल्शियम की कमी हो गई है और उन्हें डाइट के साथ ही कैल्शियम सप्लीमेंट लेने की भी जरूरत है।

दांत में दर्द रहना

कैल्शियम हड्डियों और दांतों के लिए बहुत जरूरी है। अगर आपके दांतों में गंभीर दर्द और डेंटल प्रॉब्लम हो रही है तो समझ जाएं कि आपकी बॉडी में कैल्शियम का स्तर गिर रहा है। ऐसी स्थिति में  ओरल हेल्थ को दुरुस्त रखने के बाद भी पेरियोडोंटल बीमारी से पीड़ित होने का खतरा अधिक होगा।

मांसपेशियों में ऐंठन

मांसपेशियों को हेल्दी रखने के लिए कैल्शियम का सेवन बेहद उपयोगी है। कैल्शियम की कमी मांसपेशियों को कमजोर बनाती है। महिलाओं की बॉडी में कैल्शियम की कमी होने पर उनकी बॉडी में ऐंठन हो सकती है। ये ऐंठन मांसपेशियों में हो सकती है जो बहुत दर्दनाक हो सकती है।

नाखून का जल्दी टूटना

नाखून का कमजोर होना आपकी बॉडी में कैल्शियम की कमी का सबसे बड़ा संकेत है। कैल्शियम नाखूनों को हेल्दी रखने में बेहद उपयोगी है। कैल्शियम की कमी होने पर बॉडी कमजोर होने लगती है है और नाखून पीले होने लगते हैं। नाखून के क्षतिग्रस्त होने का खतरा भी अधिक होता है। नाखून लगातार और हर बार जल्दी टूट रहे हैं तो आप डॉक्टर की सलाह के मुताबिक डाइट के साथ ही कैल्शियम सप्लीमेंट का भी सेवन करें।

थकान होना

अगर महिलाएं पूरी नींद ले रही हैं और पर्याप्त आराम कर रही हैं तब भी उन्हें थकान रहती है तो समझ जाए कि बॉडी में कैल्शियम की कमी होने लगी है।  कैल्शियम मुख्य रूप से एनर्जी मेटाबॉलिज में शामिल होता है। अगर आपके शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम है, तो इससे लगातार सुस्ती और थकान हो सकती है। बॉडी में इस लक्षण कि तुरंत पहचान करें और डाइट में बदलाव करें।