पेट में गैस होना एक ऐसी परेशानी है जो खाया-पिया सब चौपट कर देती है। खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से होने वाली गैस की परेशानी में पेट में गैस बनती है, बार-बार डकार आती है, डकार मुंह से आती है, फार्टिंग के जरिए गंदी गैस रिलीज होती है जो कई बार बेहद शर्मिंदा करती है। पेट की गैस और पाचन से जुड़ी ये सभी परेशानियां खराब पाचन के संकेत हैं। पाचन खराब होने से आपका पेट साफ नहीं होता है और पेट से बदबूदार गैस निकलती है। बदबूदार गैस के सामान्य कारणों की बात करें तो
- डाइट में फाइबर और प्रोटीन से भरपूर फूड्स का ज्यादा सेवन करना
- कार्बोहाइड्रेट से भरपूर फूड्स का सेवन जैसे मिठाइयां, सोडा और प्रोसेस्ड फूड खाना
- लैक्टोज इन्टॉलरेंस में दूध और दूध से बने पदार्थों का सेवन करना
- खाना तेजी से खाना
- पेट पूरी तरह साफ न होने पर गैस सड़ती है और बदबू आती है।
- एसिडिटी या गैस्ट्राइटिस की वजह से पेट में गैस बनती है।
- आंतों में संक्रमण या बैक्टीरियल ओवरग्रोथ से गैस ज्यादा और बदबूदार बनती है।
- पाचन एंजाइम की कमी से बॉडी खाने को सही से नहीं तोड़ पाती और वो आंतों में सड़ने लगता है।
- डाइजेशन स्लो होने से भी पेट में गैस सड़ती है।
पाचन से जुड़ी इन सभी परेशानियों का आप देसी तरीके से इलाज कर सकते हैं। पाचन को दुरुस्त करने में पेट की गैस को कंट्रोल करने में किचन में मौजूद एक ऐसा मसाला है जो आसानी से पेट की गैस का इलाज करता है। अगर इस मसाले को खाने के बाद चबा लिया जाए तो पेट की गैस आसानी से रिलीज हो जाती है और गैस में गंदी बदबू भी नहीं आती।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नित्यानंदम श्री ने बताया अगर आपका पेट खराब रहता है और गैस जल्दी-जल्दी बनती है तो आप रोजाना सौंफ ही नहीं बल्कि उसके अर्क का सेवन करें। ये एक ऐसा नुस्खा है जो तरह-तरह की दवाइयों को फेल करता है। ये अर्क उन लोगों के लिए सबसे अच्छा है जिन्हें एसिडिटी रहती है, ब्लोटिंग होती है और आंतों में जख्म हो गए है। सभी तरह के इंफेक्शन का बचाव करने में सौंफ का अर्क जादुई असर करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सौंफ का सेवन करने से कैसे पेट की गैस का इलाज होता है।
सौंफ कैसे पेट की गैस का इलाज करती है?
सौंफ एक ऐसा मसाला है जिसकी तासीर गर्म है। गर्म तासीर की सौंफ भी एसिडिटी का इलाज करती है और खराब पाचन को ठीक करती है। सौंफ की गर्म और तर तासीर इसे पाचन के लिए माकूल बनाती है। हल्की गर्म और हल्की ठंडी तासीर वाली सौंफ इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम,पुरानी कब्ज और गैस को दूर करती है। आयुर्वेद में सौंफ को पाचन शक्ति बढ़ाने वाला और अन्न को पचाने वाला माना गया है। सौंफ अग्नि को तेज करके खाना जल्दी और अच्छे से पचाने में मदद करती है जिससे गैस नहीं बनती। सौंफ वात को शांत करके पेट की सूजन, गैस और पेट दर्द को कम करती है। सौंफ में ऐसे तेल और यौगिक होते हैं जो आंतों की मांसपेशियों को रिलैक्स करते हैं और गैस के दबाव को कम करते हैं। सौंफ खाने से न सिर्फ गैस, खट्टी डकार और बदबूदार गैस से निजात मिलती है बल्कि पेट का भारीपन भी कंट्रोल रहता है।
सौंफ का अर्क कैसे तैयार करें
दो किलो पानी में 200 ग्राम सौंफ डालें और उसे गैस पर उबालें। कुकर की सीटी हटा कर उसमें पाइप लगा दें और इस पाइप के दूसरे सिरे को दूसरे बर्तन में डालें। ये पानी धीरे-धीरे जैसे उबलेगा उसका अर्क दूसरे बर्तन में बनकर इकट्ठा होने लगता है। तैयार अर्क पेट से जुड़ी सारी समस्याओं का इलाज करता है। आधा कप इस अर्क का सेवन करने से ये आपकी पेट से जुड़ी सारी समस्याओं को दूर करेगा।
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