कब्ज (Constipation) एक ऐसी बीमारी है जिससे हर इंसान जिंदगी में कभी न कभी जरूर जूझता है। कब्ज पाचन से जुड़ी परेशानी है जिसमें मल डिस्चार्ज करने में परेशानी होती है। ये बीमारी खराब डाइट, बिगड़ते लाइफस्टाइल और तनाव की वजह से होती है। इस बीमारी में आंतों की गति स्लो होने लगती है जिसकी वजह से स्टूल टाइट हो जाता है। कुछ लोगों को ये बीमारी कुछ समय के लिए होती है तो कुछ लोग लम्बे समय तक इससे परेशान रहते हैं। लम्बे समय तक कब्ज का इलाज नहीं किया जाए तो ये पाइल्स की बीमारी का कारण बन सकती है। हफ्ते में एक से दो बार मल डिस्चार्ज होना कब्ज के लक्षण हैं।

हेल्थलाइन के मुताबिक कब्ज की बीमारी में डाइट बेहद अहम है। डाइट में फाइबर की कमी होना, कम पानी का सेवन करना कब्ज का कारण है। कुछ फूड्स ऐसे है जो कब्ज को क्रॉनिक कब्ज में तब्दील कर सकते हैं। कब्ज का इलाज करने के लिए किन फूड्स से परहेज करना जरूरी है लिस्ट देखिए।

प्रोसेस अनाज है कब्ज का कारण

प्रोसेस अनाज का सेवन करने से कब्ज की बीमारी बढ़ती है। डाइट में सफेद चावल, सफेद पास्ता जैसे फूड का लगातार सेवन करने से कब्ज बढ़ता है। इस अनाज में फाइबर कम होता है। फाइबर मल त्याग को रेगुलेट करने में मदद करता है।  2022 की एक रिसर्च के मुताबिक जब लोगों को फाइबर रिच फूड ज्यादा खिलाए जाते हैं तो कब्ज की बीमारी दूर होती है। कब्ज की समस्या का इलाज करने के लिए आप प्रोसेस अनाज की जगह साबुत अनाज का सेवन करें। साबुत अनाज में फाइबर ज्यादा होता है।

डेयरी प्रोडक्ट बढ़ाते हैं कब्ज

डेयरी प्रोडक्ट का ज्यादा सेवन करने से कब्ज की बीमारी होती है। बच्चे और शिशु डेयरी उत्पादों के प्रति खासतौर से संवेदनशील हो सकते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। 2021 में की गई एक रिसर्च के मुताबिक गाय के दूध में प्रोटीन की पहचान की गई जो मल त्याग को स्लो करने और कब्ज पैदा कर सकता है। जबकि कुछ लोगों को लैक्टोज असहिष्णुता के कारण दस्त की समस्या हो सकती है।

तला हुआ भारी खाना कब्ज का कारण

तला हुआ भारी खाना कब्ज का कारण बन सकता है। अत्यधिक प्रसंस्कृत स्नैक्स, पिज़्ज़ा, चिप्स जैसे जंक फूड कब्ज का जोखिम बढ़ा सकते हैं। ये फूड वसा से भरपूर होते हैं लेकिन फाइबर इसमें कम होता हैं, जिससे पाचन में देरी होती है। इन फूड्स में नमक की मात्रा ज्यादा होती है जो डिहाइड्रेशन का कारण बनती है। ये फूड आंतों से पानी को खींचते हैं जिससे मल को डिस्चार्ज करना मुश्किल  होता है। इन फूड्स को खाने के बजाए आप डाइट में फल और सब्जियों का सेवन करें।

रेड मीट का सेवन कब्ज का कारण

रेड मीट में हाई फैट मौजूद होता है प्रोटीन और फाइबर कम होता है जो पाचन को प्रभावित करता है। रेड मीट में आयरन मौजूद होता है जो कब्ज को बढ़ाता है। कब्ज की बीमारी से बचाव करने के लिए सीमित मात्रा में रेड मीट का सेवन करें। आप बॉडी में प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए प्लांट बेस प्रोटीन का सेवन करें।

सफेद आटा कब्ज का कारण

सफेद आटे से बने फूड्स जैसे पेस्ट्री, कुकीज़ और सफेद ब्रेड में फाइबर की कमी होती है। आप कब्ज का इलाज करने और पाचन को दुरुस्त करने के लिए साबुत अनाज का सेवन करें।  साबुत गेहूं की ब्रेड और दलिया का सेवन करें। डाइट में साबुत अनाज का सेवन कर के पाचन दुरुस्त रहता है और कब्ज का इलाज होता है।

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