Weak Immunity Symptoms: कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। भारत में भी दिन-प्रतिदिन संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। देश में अब रोजाना इस वायरस के 70 हजार से भी अधिक मामले सामने आ रहे हैं। देश में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या भी 35 लाख के करीब हो चुकी है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है उन्हें इस वायरस से अधिक खतरा है। लोग कोरोना वायरस से बचने के हर संभव उपायों को अपना रहे हैं और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तमाम कोशिश कर रहे हैं। पर फिर भी कई लोगों की इम्युनिटी मजबूत नहीं हो पा रही है, ऐसे में इन संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए –
लगातार सर्दी-खांसी: सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार अगर आपको एक साल में 4 या उससे अधिक बार खांसी-जुकाम होता है तो ये कमजोर इम्युनिटी का संकेत हो सकता है। नाक बहना और गले में खुजली भी उन लक्षणों में शामिल हैं, जिन्हें आमतौर पर अनदेखा कर दिया जाता है।
जरूरत से ज्यादा थकान: जरूरत से अधिक थकान होना भी कमजोर इम्युनिटी के लक्षण हो सकते हैं। रात को कम नींद और दिन भर सिर भारी लगना भी इस ओर इशारा करता है। बता दें कि रात को सोते वक्त शरीर मेलाटोनिन हार्मोन रिलीज करता है। इस हार्मोन से कुछ इम्युन सेल्स पैदा होते हैं जो साइटोकीन्स बनाते हैं। ये साइटोकीन्स बदले में इम्युन सेल्स को एक्टिवेट करता है जो किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से लड़ने में सहायक होते हैं।
पेट की परेशानी: क्या आप भी बाहर का खाना खाने के बाद पेट में होने वाली जलन से परेशान हो जाते हैं? ऐसा कमजोर इम्युनिटी के कारण भी हो सकता है। शरीर में 70 प्रतिशत टिश्यूज जो इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार होती हैं, वो आंत में पाई जाती हैं। अगर कुछ खाने-पीने के बाद आपको दस्त या कब्ज की परेशानी हो रही है, तो इसका मतलब है कि आपकी आंतों में मौजूद टिश्यूज ठीक तरह से कार्य नहीं कर पा रहे हैं।
चोट से उबरने में लगता है समय: कहीं भी कटने या जलने पर स्किन सेल्स तुरंत उपचार में जुट जाते हैं। अगर आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी तो कुछ ही दिनों में चोट की जगह पर नई चमड़ी आनी शुरू हो जाएगी और चोट भी जल्दी खत्म होगा। लेकिन अगर इस प्रक्रिया में देरी हो रही है तो समझ लीजिए कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।