हाई ब्लड प्रेशर दुनिया की सबसे आम हार्ट संबंधी बीमारी है। दुनियाभर में करीब 1.2 बिलियन लोग इससे प्रभावित हैं। अधिकतर मामलों में इसका इलाज दवाइयों से किया जाता है, लेकिन रिसर्च बताती हैं कि सही डाइट और पोषक तत्व भी इसे कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, कुछ खास पोषक तत्व शरीर में वेस्कुलर इंफ्लेमेशन, नाइट्रिक ऑक्साइड प्रोडक्शन और आर्टरी रिपेयर पर असर डालते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर नेचुरल रूप से कंट्रोल होता है।
बेस्टसेलिंग लेखक और वेलनेस एक्सपर्ट डॉ. एरिक बर्ग के मुताबिक, हाई ब्लड प्रेशर को केवल दवाओं से ही नहीं, बल्कि सही डाइट और पोषण से भी कंट्रोल किया जा सकता है। मैग्नीशियम, विटामिन D3, पोटैशियम और नाइट्रिक ऑक्साइड से भरपूर फूड्स को आहार में शामिल करके ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है।
मैग्नीशियम
मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है, जो शरीर की सैकड़ों जैविक क्रियाओं में शामिल होता है और खासतौर पर ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करता है। यह पोटैशियम और सोडियम के बीच संतुलन बनाए रखता है और रक्त वाहिकाओं में रुकावट कम करता है। शरीर में मैग्नीशियम की कमी के चलते भी ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है। ऐसे में पोषक तत्व की कमी को दूर करने के लिए कद्दू के बीज, हरी पत्तेदार सब्जियां और डार्क चॉकलेट जिसमें 70% कोको या उससे अधिक हो आदि का सेवन किया जा सकता है।
विटामिन D3
विटामिन D3 हार्ट स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है। यह रेनिन-एंजियोटेंसिन-एल्डोस्टेरोन सिस्टम (RAAS) को कंट्रोल करके ब्लड वॉल्यूम और वेस्कुलर रेसिस्टेंस को संतुलित करता है। हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों में इसकी कमी आमतौर पर देखी जाती है। ऐसे में विटामिन डी3 की कमी को पूरा करने के लिए फैटी फिश (सार्डिन, सैल्मन), कॉड लिवर ऑयल, सप्लीमेंट्स और फोर्टिफाइड फूड्स आदि का सेवन करना चाहिए। डॉ. बर्ग के अनुसार, विटामिन D3 को विटामिन K2 के साथ लेने पर आर्टरी रिपेयर और एंडोथीलियम को फायदा मिलता है।
पोटैशियम
पोटैशियम शरीर में फ्लूइड और ब्लड प्रेशर बैलेंस में अहम भूमिका निभाता है। यह सोडियम के असर को कम करता है और रक्त वाहिकाओं की दीवारों को लुब्रिकेट करता है। शरीर में पोटैशियम की मात्रा को पूरा करने के लिए मटर, मशरूम, खीरा और एवोकाडो खाना चाहिए। इनमें अच्छी मात्रा में पोटैशियम होता है।
नाइट्रिक ऑक्साइड
नाइट्रिक ऑक्साइड एक प्राकृतिक वासोडिलेटर है, जो रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और आर्टरी की कठोरता को कम करता है। चुकंदर का जूस या चुकंदर पाउडर, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, अरुगुला, अजवाइन आदि। रिसर्च के अनुसार, रोजाना चुकंदर का जूस पीने से एंडोथीलियल फंक्शन बेहतर होता है और सिस्टोलिक व डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर में कमी आती है।
वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।