Diabetes Patients Routine: शरीर का एक अहम अंग है पैन्क्रियाज। ये इंसुलिन हार्मोन के प्रोडक्शन के लिए जिम्मेदार होता है। बता दें कि इंसुलिन हार्मोन भोजन में जो ग्लूकोज पाया जाता है, उसे एब्जॉर्ब करता है। ये हार्मोन ग्लूकोज और शुगर को सीमित मात्रा में हमारे शरीर में पहुंचाता है। वहीं, अगर बॉडी में इंसुलिन कम मात्रा में बनने लगती है तो इससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। खराब जीवन शैली के कारण होने वाली बीमारियों में डायबिटीज सबसे खतरनाक रोगों में से एक है। मधुमेह बीमारी को जड़ से खत्म करना लगभग नामुमकिन सा ही है, हालांकि, अपनी दिनचर्या में बदलाव व संतुलन लाकर लोग इस पर काबू पा सकते हैं। ऐसे में लाइफस्टाइल में ये बदलाव लाना कारगर साबित होगा।

नियमित वर्क आउट: शरीर के लिए फिजिकल फिटनेस बेहद जरूरी है। डायबिटीज से दूरी बनाए रखने के साथ ही पीड़ितों के शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे, इसके लिए वर्क आउट करना बहुत जरूरी है। व्यायाम करने से बॉडी सेल्स में इंसुलिन की सेंसेटिविटी बढ़ जाती है। ऐसे में जब लोग एक्सरसाइज करते हैं तो शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को काबू में रखने के लिए कम इंसुलिन की जरूरत पड़ती है।

पीते रहें पानी: जो लोग दिन के अधिकतर समय पानी पीते हैं, उनमें कोई अन्य पेय पदार्थ पीने की इच्छा दूसरों की तुलना में कम होती है। ऐसे में लोगों के शरीर में शुगर और प्रीजर्वेटिव्स की मात्रा भी कम पहुंचती है। चीनी युक्त कई ड्रिंक्स को लेने से शरीर के डायबिटीज टाइप 2 और लेटेंट ऑटो-इम्युन डायबिटीज ऑफ एडल्ट्स से पीड़ित होने का खतरा अधिक रहता है। इसके अलावा, पानी पीते रहने से डिहाइड्रेशन भी नहीं होता है।

समय पर नाश्ता: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच सुबह समय पर नाश्ता करने के महत्व पर जल्दी किसी का ध्यान ही नहीं जाता है। बाकी कार्यों को अधिक तवज्जो देने के कारण कई बार लोग देरी से ब्रेकफास्ट करते हैं। खासकर घर की महिलाएं बाकी सभी कामों को खत्म करके ही कुछ खाती हैं, जो उनकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। बता दें कि देरी से नाश्ता करने वाले लोगों को डायबिटीज का खतरा अधिक होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सुबह उठने के घंटे के भीतर ही नाश्ता कर लेना चाहिए।