प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के लिए सबसे सुखद अहसास होता है। ये वो समय होता है जब महिला अपनी भावनाओं पर कंट्रोल नहीं कर पाती है। शादी के बाद पति-पत्नी के लिए पैरेंट्स बनना सबसे खुशी का समय है। मौजूदा दौर में महिलाओं में इंफर्टिलिटी की परेशानी बढ़ती जा रही है जिसके चलते वो जल्दी कंसीव नहीं कर पाती हैं। प्रेग्नेंट होने के लिए महिलाएं कई तरह की दवाईयां और इलाज करती हैं तब जाकर कहीं उनकी कामना पूरी होती है।
खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से महिलाओं में हार्मोन इम्बैलेंस की परेशानी बढ़ती जा रही है जिसका असर उनके पीरियड पर भी पड़ता है।
औंध,पुणे में आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. सुप्रिया पुराणिक ने बताया कि कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जो प्रेग्नेंसी प्लान करना चाहती हैं और वो कंसीव कर चुकी होती हैं लेकिन उन्हें अंदाज़ा नहीं होता कि वो कंसीव कर चुकी है। एक्सपर्ट के मुताबिक जब एग रिलीज हो जाता है और उसका स्पर्म के साथ मेल हो जाता है तो एक छोटा सा जायगोट तैयार हो जाता है। ये ज़ायगोट यूटेरस में इम्प्लांट हो जाता है।
इम्पलांटेशन के लिए बच्चेदानी एक छोटी सी गद्दी तैयार करती है जिसे एंडोमेट्रियम कहा जाता है। एंडोमेट्रियम का काम बेबी को ब्लड फ्लो देना और उसकी ग्रोथ करना है। कंसीव करने के बाद एंडोमेट्रियम दोगुना हो जाता है और बहुत तेजी से काम करता है। लेकिन जब प्रेग्नेंसी नहीं रुकती है तो ये गद्दी बहुत पतली हो जाती है और ओव्यूलेशन के बाद 14 दिन में बाहर आती है उसे हम पीरियड बोलते हैं।
पीरियड का मिस होना प्रेग्नेंसी का पहला लक्षण हैं जिसे सभी जानते हैं। लेकिन प्रेग्नेंसी कंसीव करने के कुछ और भी अटपटे से लक्षण बॉडी में दिखते हैं उनकी पहचान करना भी जरूरी है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी कंसीव करने पर बॉडी में कौन-कौन से अजीब लक्षण दिखते हैं।
कंसीव करने के बाद बॉडी में दिखने वाले लक्षण
- अक्सर कुछ महिलाओं में देखा गया है कि प्रेग्नेंसी कंसीव करने के बाद उन्हें खाने की क्रेविंग ज्यादा होती है। उन्हें जल्दी जल्दी भूख लगती है। वो ऐसे फूड्स भी खाना पसंद करती है जिन्हें वो खाती नहीं हैं।
- बार-बार यूरीन का डिस्चार्ज होना भी प्रेग्नेंसी कंसीव करने के लक्षणों में शामिल है।
- ब्रेस्ट में कोमलता या कुछ अजीब सा बदलाव महसूस होना।
- अपनी पसंद का खाना भी खाने का मन नहीं करना। रात में बहुत ज्यादा पसीना आना प्रेग्नेंट होने के लक्षण हैं।
- हर वक्त थकान महसूस होना। नींद आना,कभी-कभी चक्कर और वोमिट होना।
- वजाइना से हल्का ब्लड डिस्चार्ज होना भी शामिल है।
- पेट का फूलना,कभी-कभी भूख नहीं लगना और कुछ भी खाने का मन नहीं करना भी शामिल है।