Surya Grahan 2024 Date and Time, Surya Grahan 2024 Me Pregnant Lady Kya Kare: इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक 2 अक्टूबर 2024 को है। सूरज ग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसमें चंद्रमा सूरज को पूरी तरह या फिर आंशिक रूप से ढक लेता है। सूरज ग्रहण लगने पर प्रेग्नेंट महिलाओं को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। ग्रहण एक आकर्षक घटना है लेकिन अपनी सुरक्षा करना भी जरूरी है खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं को सूरज ग्रहण से बचने के लिए कहा जाता है।

हालांकि भारत इस साल का पहला सूर्य ग्रहण नहीं देख पाएगा लेकिन आप लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए इस खगोलीय घटना का आनंद ले सकते हैं। नासा यूट्यूब चैनल पर खगोलीय परिवर्तन को लाइव स्ट्रीम करने की तैयारी है। सूरज ग्रहण को प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं देखने की सलाह दी जाती है, साथ ही और भी कई तरह की पाबंदियां भी लगाई जाती है। अब सवाल ये उठता है कि क्या सूरज ग्रहण प्रेग्नेंट महिला और उसके बच्चे की सेहत को प्रभावित कर सकता है। क्या नंगी आंखों से सूरज ग्रहण देखने से मां और बच्चे की आंखें प्रभावित हो सकती है? आइए जानते हैं कि आखिर इसका साइंटिफिक रीजन क्या है?  

सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से क्यों नहीं देखा जाता?

सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, जिससे सूर्य का प्रकाश आंशिक या पूर्ण रूप से अवरुद्ध हो जाता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान, सूर्य एक अंधेरे डिस्क के रूप में दिखाई देता है जो प्रकाश के प्रभामंडल से घिरा होता है, जो एक खूबसूरत नजारा हो सकता है।

नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण देखने का साइंटिफिक रीजन

माना जाता है कि सूरज ग्रहण के दौरान सूर्य को सीधे देखने से आंखों को गंभीर नुकसान हो सकता है। साइंस नंगी आंखों से ग्रहण देखने के कई नुकसान बताता है। साइंस के मुताबिक ग्रहण को नंगी आंखों से देखने पर आंखों की रोशनी पर फर्क पड़ता है। आंखों से धुंधला दिखाई देता है या फिर ये धुंधलापन हमेशा बना रह सकता है।

आंखों पर सूर्य ग्रहण का असर पड़ने का सबसे बड़ा कारण सूर्य ग्रहण के दौरान निकलने वाला सोलर रेडिएशन हैं। ये रेडिएशन आंखों में घुस जाता है और आंखों के नाजुक टिशू को  नुकसान पहुंचाता है। इन टिशू के डैमेज होने से आंखों में देखने में दिक्कत होती है। इस परेशानी को रेटिनल सनबर्न कहते हैं। ये परेशानी कुछ वक्त या फिर हमेशा के लिए भी हो सकती है। हालांकि चंद्र ग्रहण के दौरान ऐसा कुछ नहीं हो सकता है आप नंगी आंखों से चांद को देख सकते हैं।

प्रेग्नेंसी में सूरज ग्रहण देखने से प्रेग्नेंसी पर कैसा होता है असर

गयनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर अर्चना निरुला ने बताया कि सूरज ग्रहण को लेकर जहां कुछ धार्मिक पाबंदियां है वहीं घर के बड़े बुजुर्ग भी कुछ सलाह देते हैं। अक्सर घर में बढ़े बुजुर्ग प्रेग्नेंट महिलाओं को सूरज ग्रहण को लेकर सलाह देते हैं कि उन्हें न लेटना है न बैठना है, न सोना है और न ही खाना है। इस दौरान प्रेग्नेंट महिलाएं न तो सुई धागा इस्तेमाल करें और न ही चाकू इस्तेमाल करें। एक्सपर्ट ने बताया कि प्रेग्नेंसी को लेकर दी गई बड़े बूढ़ों की ये धारणाएं पूरी तरह गल है और मिथक है। इन धारणों को डॉक्टर से लेकर वैज्ञानिक तक गलत मानते हैं।  

सूर्य ग्रहण के दौरान महिलाएं कैसे रहें

एक्सपर्ट ने बताया कि अगर आप प्रेग्नेंट है,आपको घबराहट हो रही है या चक्कर आ रहे हैं तो आप घबराएं नहीं बल्कि आराम करें। सुकून से लेटें और सोएं। पानी पीजिए। सूरज ग्रहण का आपकी बॉडी पर किसी तरह का कोई असर नहीं होगा। प्रेग्नेंट महिलाएं इस दौरान तनावमुक्त रहें। घर में आराम करें। मन को शांत करें। इस दौरान तनाव को कम करने के लिए आप म्यूजिक सुनें।