दुनिया में सबसे बड़े स्वास्थ्य खतरों में से एक है तो वह है हृदय रोग, यहां तक ​कि लोग कोविड -19 महामारी के बाद भी इस बीमारी से सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। एक नए अध्ययन से अब संकेत मिला है कि सबसे घातक माने जाने वाले हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों में भी फलों को फायदेमंद पाया गया है। ऐसे में हृदय रोग की बात करें तो एवोकाडो का सेवन हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि पौधे आधारित असंतृप्त वसा खाने से आहार की गुणवत्ता में वृद्धि हो सकती है और यह हृदय रोग को रोकने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। शोधकर्ताओं ने 68,786 महिलाओं और 41,701 पुरुषों पर किए गए अध्ययन में पाया कि यदि आप सप्ताह में दो बार भी एवोकाडो का सेवन करते हैं तो यह आपमें हृदय रोगों के खतरे को कई गुना तक कम कर सकता है।

दरअसल शोधकर्ताओं द्वारा 1.10 लाख से अधिक प्रतिभागियों पर 30 साल तक किए गए इस अध्ययन के बाद शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला की एवोकाडो फल सेहत के लिए विशेष लाभप्रद है। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के दौरान पाया कि एवोकाडो का सेवन हृदय रोग और कोरोनरी हृदय रोग के कम जोखिम को कम करने में सक्षम था।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के इस अध्ययन में पाया गया कि एवोकाडो का नियमित सेवन आपके लिए विशेष स्वास्थ्यवर्धक हो सकता है। अगर आप एक सप्ताह में कम से कम दो बार भी यह फल खाते हैं तो अन्य लोगों की तुलना में हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है। 30 साल के इस शोध के निष्कर्ष में विशेषज्ञों ने पाया कि जिन प्रतिभागियों में सप्ताह में दो बार भी एवोकाडो का सेवन किया उनमें कई तरह की हृदय से संबंधित समस्याओं का खतरा कम पाया गया। बता दें कि शोध में शामिल इन प्रतिभागियों में 9,185 कोरोनरी हार्ट डिजीज और 5,290 स्ट्रोक के मामले दर्ज किए गए थे।

वहीं हार्वर्ड टीएच चेन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रोफेसर और अध्ययन के प्रमुख लेखक, लोरेना एस पाचेको ने कहा कि पौधे से प्राप्त असंतृप्त वसा का सेवन आहार की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ हृदय रोगों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एवोकाडो जैसे फल इसका बेहतर उदाहरण माने जा सकते हैं।

एवोकाडो हल्के स्वाद के साथ समृद्ध, मलाईदार और एकल-बीज वाले फल हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि इसकी उत्पत्ति मैक्सिको में हुई थी। एवोकाडो को रसोई में सलाद और सूप के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा भी एवोकाडो को कई रूपों में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे खाना पकाने के लिए तेल, या बालों या त्वचा के लिए मॉइस्चराइजर के तौर पर उपयोग किया जा सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक एवोकाडो कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है और रोजाना इसका सेवन किया जा सकता है। हालांकि, अलग-अलग खाद्य पदार्थों के लाभों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय भरपूर विविधता वाला संतुलित आहार लेना बहुत महत्वपूर्ण है।

बता दें कि एवोकाडो पोटेशियम का एक अच्छा अच्छा स्रोत है, इसके अलावा यह फल फोलेट से भरपूर, विटामिन सी, ई, के, और बी6 का बेहतरीन स्रोत है। साथ ही एवोकाडो मैग्नीशियम से भी समृद्ध हैं और आंखों की रोशनी के लिए बढ़िया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक एवोकाडो में पाए जाने वाले तत्व कैंसर को रोकने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके साथ ही यह फल अवसाद को कम करने के साथ ही पाचन क्रिया में सुधार करता है।

आमतौर पर एवोकाडो सभी के लिए खरीद पाना संभव नहीं है चूंकि यह एक महंगा फल है और भारत में सभी जगहों पर आसानी से उपलब्ध भी नहीं है। इसलिए इसकी जगह कच्चा नारियल या शुद्ध नारियल के तेल का उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा अंडे में भी इसके जैसे गुण पाए जाते हैं।