पेट फूलना पाचन से जुड़ी एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए खराब लाइफस्टाइल और खराब डाइट जिम्मेदार है। पेट फूलने की समस्या के लिए आंत की सेहत भी जिम्मेदार है। रोजाना की कुछ आदतें भी पेट फूलने की समस्या का कारण बनती हैं। पेट का फूलना कोई खतरनाक बीमारी नहीं बल्कि पेट की गैस है जो पेट में फंस जाती है। इस गैस की वजह से ही पेट फूलकर कुप्पा बन जाता है। ब्लोटिंग की ये बीमारी बेहद असुविधाजनक होती है। ब्लोटिंग की बीमारी बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में हो सकती है। इस बीमारी का सबसे आम लक्षण पेट का दर्द है।
एक्सपर्ट के मुताबिक कभी-कभी पेट का फूला हुआ होना कोई परेशानी की बात नहीं है लेकिन लगातार ये परेशानी होने से आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। आइए जानते हैं कि ब्लोटिंग की परेशानी होने के लिए कौन-कौन से कारण जिम्मेदार हैं और उनका उपचार कैसे किया जाए।
ब्लोटिंग की परेशानी का कारण
- लम्बे समय तक बैठे रहना
- टाइट कपड़े पहनना,खासतौर पर पेंट का टाइट होना
- च्यूइंग गम का सेवन करना
- खाने के साथ फल खाना
- तेजी से पानी पीना
- खाना खाते समय बात करना, या मुंह खोलकर खाना
- खाना खाते समय खूब पानी पीना
- तेजी से खाना
- भोजन में प्रोबायोटिक्स की कमी
- शराब का सेवन करना खासतौर पर बीयर का सेवन करना
- कब्ज़ की परेशानी होना
ब्लोटिंग की समस्या कैसे सेहत को करती है प्रभावित
ग्लेनीगल्स अस्पताल, लकड़ी का पुल, हैदराबाद में जीआई ऑन्कोलॉजी, एचपीबी और बेरिएट्रिक सर्जरी और उन्नत लेप्रोस्कोपिक सर्जन,कंसल्टेंट सर्जिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ.नाडेंडला हजार थैया ने बताया कि गट में इंफ्लामेशन के शुरूआती संकेत हैं जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। आर्टिफिशियल स्वीटनर और सोर्बिटोल और एस्पार्टेम जैसे पदार्थ गैस और ब्लोटिंग का कारण बनते हैं। डाइट में सेम, दाल और साबुत अनाज का सेवन पेट में गैस और ब्लोटिंग का कारण बनता है। इन फाइबर युक्त फूड्स की वजह से पेट में ब्लोटिंग हो सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक लम्बे समय तक ब्लोटिंग का इलाज नहीं किया जाए तो ये एसिड रिफ्लक्स जैसी अधिक गंभीर परेशानी में बदल सकता है।
डॉ शेट्टी के मुताबिक अगर आंत के बैक्टीरिया की संख्या में अंसुतलन हुआ है तो इस पर असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि यह असंतुलन तब होता है जब आप बिना एक्सपर्ट की सलाह से प्रीबायोटिक, प्रोबायोटिक या अन्य सप्लीमेंट लेते हैं। इसके साथ ही यदि आपकी खाने की आदत में तेजी के साथ परिवर्तन होने लगे। तनाव का सबसे बड़ा कारण कम नींद भी है जिससे आंत के बैक्टीरिया डिस्टर्ब होते हैं और इससे ब्लोटिंग होती है।
गट हेल्थ का स्किन पर असर
गट हेल्थ में असंतुलन होने पर स्किन में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। इस परेशानी की वजह से एक्जिमा, सोरायसिस, मुंहासे, स्किन पर सूजन आने जैसी परेशानियां होती है। गट हेल्थ का असर स्किन पर साफ दिखता है।
ब्लोटिंग का नेचुरल तरीके से करें उपचार
- डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल करें जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा हो।
- खीरा और केला जैसा फल खाएं। दही खाएं।
- ब्लोटिंग को दूर करने वाली एक्सरसाइज करें।
- वॉक करें, पेट में दर्द, गैस, ऐंठन, कब्ज की परेशानी दूर होगी।