स्कूल में 8वीं या 9वीं की केमिस्ट्री क्लास में आपने पीएच वैल्यू के बारे में पढ़ा होगा। उस समय आपने सीखा होगा कि हर तरह के तरल पदार्थ का एक पीएच वैल्यू होता है, जो बताता है कि ये पदार्थ एसिडिक है, एल्कलाइन है या न्यूट्रल है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि केमिस्ट्री क्लास से अलग आपकी बॉडी में भी ये पीएच वैल्यू बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है?

दरअसल, हम जो कुछ भी खाते-पीते हैं, वो पेट के अंदर जाने के बाद तरल पदार्थ में बदल जाता है। वहीं, ये तरह पदार्थ एसिड है या बेस, इसका पता पीएच वैल्यू से ही लगाया जा सकता है। यानी फूड में भी एसिडिक और एल्कलाइन गुण होते हैं। वहीं, अगर आप एसिडिक फूड का ज्यादा सेवन करते हैं, तो ये धीरे-धीरे शरीर में तेजाब बनाने का काम करने लगते है जिसके चलते व्यक्ति कई तरह की परेशानियों से घिरना शुरू हो जाता है। इतना ही नहीं, कई बार तो स्तिथि जानलेवा भी हो जाती है।

इसी कड़ी में आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्री श्री रविशंकर ने हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में वे बताते हैं कि ज्यादा एसिडिक फूड खाने से व्यक्ति को जोड़ों, पीठ और शरीर के बाकि अंगों में तेज दर्द का सामना करना पड़ सकता है। एसिडिक फूड शरीर में जाते ही पेट, आंत और किडनी का पीएच लेवल बिगाड़ देते हैं। जिसके कारण एसिडिटी, पेशाब में जलन, सीने में जलन जैसी समस्याएं हो जाती हैं। कई बार बहुत अधिक मात्रा में खाए जाने पर ये कई अंगों को पूरी तरह खराब करने का कारण भी बन सकते हैं।

क्या है इलाज?

श्री श्री रविशंकर के मुताबिक, शरीर के अंगों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम जो खाते-पीते हैं, उसका पीएच वैल्यू ज्यादा एसिडिक ना हो। ऐसे में इसे बैलेंस करने एल्कलाइन वॉटर असरदार इलाज साबित हो सकता है। ये एक खास तरह का पानी है, जिसमें विटामिन्स, मिनरल्स और शरीर के लिए जरूरी कई अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यही वजह है कि एल्कलाइन वॉटर शरीर के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। आप इसे घर पर बेहद आसानी से तैयार कर सकते हैं।

कैसे करें तैयार?

  • इसे लिए 1 लीटर पानी में ताजे खीरे के 4 छोटे टुकड़े और नींबू के 2 छोटे टुकड़े काटकल डाल लें।
  • इस पानी को रातभर सामान्य तापमान पर रखें।
  • आप चाहें तो स्वाद के लिए इसमें थोड़ा गुलाबी नमक भी मिला सकते हैं।
  • इस तरह आपका एल्कलाइन वॉटर बनकर तैयार हो जाएगा।

कब पीना है एल्कलाइन वॉटर?

श्री श्री रविशंकर ने बताया इस पानी को आप सुबह सोकर उठने के बाद खाली पेट पी सकते हैं। इसके अलावा खाना खाने के 2 घंटे बाद इसका सेवन करें। ये खाने के बाद पेट के अंदर बनने वाले एसिड को तुरंत न्यूट्रल करने का काम करेगा।

किस तरह के फूड होते हैं अधिक एसिडिक?

NCBI की एक रिपोर्ट के अनुसार, फूड जिनका पीएच लेवल 4.6 या उससे कम होता है, वो ज्यादा एसिडिक माने जाते हैं। इसमें मछली, अन्य सीफूड, चीज़ समेत कुछ अन्य डेयरी उत्पाद, हाई सोडियम वाले प्रोसेस्ड फूड, नॉनवेज, हाई प्रोटीन फूड और सप्लीमेंट, ब्राउन राइस, ओट्स जैसे स्टार्च फूड, सोडा जैसी कार्बोनेटेड ड्रिंक आदि शामिल हैं।

क्या हैं एल्कलाइन वॉटर पीने के फायदे?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एल्कलाइन वॉटर शरीर के एसिडिटी स्तर को कम करने से अलग कोलोन की सफाई करने, पाचन क्षमता को बढ़ाने, इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करने, स्‍किन को हाइड्रेट और हेल्‍दी रखने, वेट लॉस करने, खून की धमनियों की सफाई करने आदि में मददगार साबित हो सकता है। इसके अलावा इस पानी की मदद से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खतरे से भी बचा जा सकता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।