Silver Benefits: चांदी को हमेशा से ही शुभ माना जाता है। व्रत-त्योहार हों या शादी सभी शुभ कामों में चांदी का इस्तेमाल इसलिए ही किया जाता है क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी चांदी को बहुत खास माना जाता है।

जहां एक तरफ ज्योतिष शास्त्र में यह कहा जाता है कि चांदी के बर्तन में खाना खाने से चंद्रमा और शुक्र मजबूत होते हैं वहीं दूसरी ओर विज्ञान का मानना है कि चांदी का इस्तेमाल करने से निरोगी हुआ जा सकता है। कई लोग यह जानना चाहते हैं कि क्या विज्ञान भी ज्योतिष शास्त्र की तरह यह मानता है कि बच्चों को चांदी के बर्तनों में खाना खिलाना चाहिए?

इस सवाल का जवाब है हां, विज्ञान भी मानता है कि बच्चों को चांदी के बर्तनों में खाना खिलाना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि चांदी के बर्तनों में बच्चों को खाना खिलाने से उनके शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। साथ ही इससे बच्चों की इम्यूनिटी भी बढ़ती है। बताया जाता है कि यह प्रमाणित हो चुका है कि स्वस्थ रहने के लिए बच्चों को चांदी के बर्तनों में खाना खिलाना चाहिए।

जानकारों का मानना है कि बच्चों को रोजाना चांदी के बर्तनों में खाना खिलाने से उन्हें मौसमी बीमारियों से बचाया जा सकता है। कहते हैं कि चांदी एक ठंडी धातु है लेकिन इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं कि यह सर्दियों में होने वाली बीमारियों से भी बच्चों की रक्षा कर सकती है। माना जाता है कि बच्चों को चांदी के गिलास में पानी पिलाने से उनका दिमाग तेज हो सकता है। इसलिए प्राचीन समय में राजाओं के बच्चों को चांदी के बर्तनों में खाना और पानी दिया जाता था।

आयुर्वेद में भी चांदी को बहुत खास माना जाता है। आयुर्वेद कहता है कि चांदी में इस प्रकार के तत्व होते हैं जिनसे मस्तिष्क को मजबूती मिलती है। साथ ही चांदी में रोजाना खाना खाने से मानसिक रोगों से भी बचा जा सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है या जो पढ़ाई में कमजोर हैं उन्हें चांदी के बर्तन में खाना जरूर खाना चाहिए। अगर चांदी के बर्तन में खाना ना खा पाएं तो चांदी की अंगुठी या पेंडेंट को किसी गिलास में डालकर उसका पानी भी पी सकते हैं।