डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन कम या बंद कर देता है। इंसुलिन को नियंत्रित करने के लिए दवाओं और डाइट का सहारा लिया जाता है। टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन बनना पूरी तरह बंद हो जाता है जिसे मैनेज करने के लिए इंसुलिन का इंजेक्शन लिया जाता है। टाइप-2 डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन तो बनाता है लेकिन इतनी मात्रा में नहीं बनाता जिससे ब्लड शुगर नॉर्मल रहे। टाइप-2 डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए डाइट का सहारा लेते हैं, वर्कआउट करते हैं और समय-समय पर दवा भी लेते हैं। डायबिटीज की बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो दिल के रोगों, किडनी की परेशानी और लंग्स को नुकसान पहुंच सकता है।

सर्टिफाइड फीजिशियन और लैब मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. संतोष सिंह ने बताया डायबिटीज मरीज का ब्लड शुगर हाई होने से उसके यूरिन में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जिसे अगर पहचान लिया जाए तो आसानी से ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज मरीजों की बॉडी ब्लड में बढ़े हुए शुगर को बाहर निकालना चाहती है जिससे मरीज को बार-बार पेशाब आता है। 

डायबिटीज मरीजों का इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है तो उन्हें कई तरह की परेशानियों का खतरा बढ़ने लगता है। अगर आप भी अपनी ब्लड शुगर को हमेशा नॉर्मल रखना चाहते हैं तो इसके बढ़ने के लक्षणों को समझना शुरू कर दें। ब्लड शुगर बढ़ने से यूरिन में कुछ लक्षण दिखते हैं उन्हें अगर समझ लिया जाए तो आसानी से परेशानी को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज मरीजों के यूरिन में ब्लड शुगर हाई होने के कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।

बार-बार पेशाब आना

ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने पर बार-बार पेशाब आता है। हमारी किडनी बढ़े हुए ब्लड शुगर को बाहर निकालने के लिए जल्दी-जल्दी टॉक्सिन को बाहर निकालती है और मरीज को पेशाब ज्यादा आता है।

पेशाब में इंफेक्शन होना

डायबिटीज मरीजों को पेशाब ज्यादा आता है और उन्हें पेशाब में इंफेक्शन होता है जो डायबिटीज हाई होने के लक्षण हैं। डायबिटीज मरीजों में UTI होना बेहद कॉमन है। पेशाब में इंफेक्शन होने पर मरीज को पेशाब में बदबू आ सकती है,पेशाब में जलन हो सकती है।  

झागदार पेशाब आना

पेशाब में प्रोटीन की मौजूदगी ज्यादा होने से झाग बनने लगता है जो डायबिटीज हाई होने का संकेत हो सकता है।

पेशाब में फ्रूटी स्मेल आना

पेशाब में अधिक ग्लूकोज होने से मीठी या फल जैसी गंध आ सकती है। जब भी बॉडी में ग्लूकोज का यूटिलाइजेशन कम होता है और इंसुलिन की कमी होती है तो एक अलग से फ्रूटी स्मेल आती है। अगर आपको ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और ब्लड शुगर टेस्ट करवाएं।

पेशाब खुलकर नहीं आना

डायबिटीज मरीजों को कई बार ऐसा भी होता कि उन्हें बार-बार पेशाब आने की दिक्कत हो सकती है। उन्हें बार-बार पेशाब करने की जरूरत होती है फिर भी पेशाब खुलकर नहीं आता।

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