मौसम बदलते ही कई तरह की परेशानियां भी सामने आने लगती हैं। अगस्त का महीना जा रहा है और सितंबर आने वाला है। यानी मॉनसून अब कुछ दिनों का मेहमान है, ऐसे में सीजनल बुखार, सर्दी-जुकान का चलन बढ़ने लगा है। अभी से ही कुछ लोग सर्दी-बुखार से परेशान होने लगे हैं। हालांकि यह सीजनल परेशानियां समय के साथ खत्म हो जाती है लेकिन अतिरिक्त सतर्कता बरतकर इसकी गंभीरता को कम किया जा सकता है। इस मौसम में सीजनल सर्दी-जुकाम लोगों को बेहद परेशान करता है।आइए जानते हैं सीजनल सर्दी-जुकाम के लक्षण क्या क्या हैं?
मौसमी सर्दी-जुकाम के लक्षण
- सीजनल सर्दी-जुकाम में सबसे पहले नाक बहने लगती है। नाक से पानी बहुत ज्यादा परेशान करने लगता है।
- बहुत ज्यादा खांसी परेशान करती है।
- गला में सूखापन लगने लगता है।
- सर्दी लग जाती है और सिर में दर्द होने लगता है।
- समस्या गंभीर होने पर बुखार भी लग सकता है।
सीजनल बुखार के साथ-साथ हो सकता है इंफ्लुएंजा:
सीजनल बुखार के साथ-साथ इंफ्लुएंजा होने की आशंका भी ज्यादा रहती है। इंफ्लुएंजा में 3-4 दिनों तक तेज बुखार रहता है।
कभी-कभी कंककपी और कोल्ड पसीना आना है। सिर दर्द के साथ-साथ थकान भी रहती है। इसके अलावा कुछ अलग लक्षण भी दिखाई देते हैं जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, छाती और पेट में दर्ध, चक्कर आना, कंफ्यूजन, अलर्टनेस में कमी, पेशाब कम होना, कमजोरी, बदन में तेज दर्द, किसी काम करने में उत्साह नहीं जैसे लक्षण वयस्कों में दिखते हैं।
इलाज क्या है:
- आमतौर पर सीजनल सर्दी-जुकाम 4-5 दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन तकलीफ ज्यादा न हो इसके लिए एहतियात जरूरी है। सामान्य सर्दी-जुकाम में बेसिक दवा से काम चल जाता है। इसे ठीक होने में 3 से चार दिनों का समय लगता है।
- सामान्य सर्दी जुकाम हो तो इसके लिए पैरासिटमोल ले।
- एक्सपर्ट के मुताबिक सर्दी जुकाम शुरू होते ही तुरंत ही एंटीबायोटिक नहीं लेनी चाहिए। कम से कम 48 घंटे का इंतजार करना चाहिए।
- अगर दो दिनों तक लगातार बुखार न उतरे तो डॉक्टरों से दिखाना चाहिए।
- बच्चों में बिना डॉक्टर की सलाह नेबुलाइजर का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- सर्दी जुकाम का सबसे बेहतरीन इलाज है भाप लेना। आप जुकाम को दूर करने के लिए भाप लें।
- काढ़े का सेवन करें। दूध में हल्दी डालकर पीएं।