किसी दवाई का लम्बे समय तक ज्यादा सेवन करना सेहत के लिए घातक हो सकता है। कुछ लोग ऐसे हैं जो आम दिनों में होने वाली छोटी-छोटी बीमारियों का इलाज खुद ही डॉक्टर बनकर कर लेते हैं। बदन दर्द हो, सिर दर्द हो,बुखार हो या फिर बुखार होने की हरारत महसूस कर रहे हो तो तुरंत पैरासिटामोल खा लेते हैं। पैरासिटामोल एक ऐसी दवा है जिसके लिए किसी तरह के डॉक्टरी प्रिस्क्रिप्शन की जरूरत नहीं होती और वो आसानी से दवा दुकान पर उपलब्ध हो जाती है। आप जानते हैं कि इस दवाई का अधिक इस्तेमाल आपकी सेहत पर ज़हर की तरह असर करता है। आइए जानते हैं कि पैरासिटामोल का अधिक सेवन सेहत पर कैसा असर करता है।
पेरासिटामोल का अधिक सेवन लिवर की सेहत को करता है प्रभावित
पैरासिटामोल दवाई का अधिक सेवन लिवर की हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। पेरासिटामोल मुख्य रूप से लिवर में मेटाबोलाइज होती है। इस दवा का अधिक इस्तेमाल करने से बॉडी में टॉक्सिन का अधिक निर्माण होता है जो लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। लिवर को हेल्दी रखना चाहते हैं तो छोटे-छोटे दर्द और बुखार की हरारत में पैरासिटामोल खाना बंद करें।
पैरासिटामोल प्वाइजनिंग की हो सकती है समस्या
पैरासिटामोल का अधिक मात्रा में सेवन करने से मतली,उल्टी,पेट में दर्द और भूख नहीं लगना जैसे लक्षण सामने आते हैं जिससे पैरासिटामोल प्वाइजनिंग हो सकती है। इस दवा का ओवर डोज लेने से बीमारियों की पहचान करने में देरी हो सकती है।
जिंदगी में नाजुक स्थिति पैदा कर सकती है ये दवाई
पेरासिटामोल का अधिक मात्रा में सेवन करने से लीवर फेल हो सकता है। बहुत लंबे समय तक इसका उपयोग करने से लीवर में चोट भी आ सकती है जिससे लिवर को ट्रांसप्लांट कराने की जरूरत पड़ती है। लिवर ट्रांसप्लांट एक नाजुक स्थिति है जिसमें मरीज की जान भी जा सकती है। ऐसी स्थिति में कोमा भी हो सकता है।
पैरासिटामोल की कितनी खुराक का करें सेवन
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपे एक लेख के मुताबिक शारदा हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा में असिस्टेंट प्रोफेसर-इंटरनल मेडिसिन में डॉ. श्रेय श्रीवास्तव ने बताया है कि पैरासिटामोल के साइड इफेक्ट से बचने के लिए दवा के लेबल पर मौजूद इंस्ट्रक्शन का पालन करना चाहिए। इस दवाई का सेवन करने को लेकर अगर किसी तरह का कोई डाउट हो तो आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।