खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से हार्ट अटैक की बीमारी लोगों को कम उम्र में ही अपनी चपेट में ले रही है। पिछले एक साल में कई जानी मानी हस्तियां हार्ट अटैक की शिकार हुई हैं। हार्ट अटैक के मामले दिनों-दिन बढ़ते जा रहे हैं। रेयर होने वाली ये बीमारी आज आम होती जा रही है। गुरुवार को कम उम्र में हार्ट अटैक का एक और बड़ी हस्ति का मामला सामने आया है। बॉलीवुड के जाने माने कलाकार श्रेयस तलपड़े भी हार्ट अटैक का शिकार हुए हैं। समय पर उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया और उनकी एंजियोप्लास्टी की गई, जिसके बाद उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। हार्ट अटैक से पहले श्रेयस तलपड़े वेल्कम टू जंगल नाम की फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। श्रेयस मराठी फिल्मों के जाने माने अदाकार हैं।
47 साल के श्रेयस को यूं अचानक हार्ट अटैक आने की खबर ने हर आम और खास इंसान का ध्यान इस बीमारी की तरफ़ खीच लिया है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर अचानक से हार्ट अटैक आने के लिए कौन-कौन से कारण जिम्मेदार हैं जिनसे बड़ी-बड़ी हस्तियां भी चूक नहीं रही।
सह्याद्रि अस्पताल, पुणे में कंसल्टेंट कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर जगदीष देशमुश के बताया कि हार्ट अटैक की बीमारी में करोनरी आर्टिरीज में ब्लॉकेज आ जाता है जिसमें हृदय की मांसपेशी को रक्त की आपूर्ति आंशिक या पूर्ण रूप से बंद हो जाती है। इस बीमारी में बॉडी में कुछ लक्षण दिखते हैं अगर समय पर इन लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो आसानी से स्थिति को गंभीर होने से बचाया जा सकता है।
श्रेयस तलपड़े की कैसे बचाई गई जान
श्रेयस तलपड़े को समय पर हॉस्पिटल ले जाया गया और तुरंत उनका इलाज शुरु हो गया जिससे उनकी जान को बचाया जा सका है। इस बीमारी में सतर्कता और समय पर इलाज करना जरूरी है। एक्टर की एंजियोप्लास्टी की गई और उनकी लाइफ को सेफ किया गया है। आइए जानते हैं कि एंजियोप्लास्टी कैसे दिल के रोगों में कारगर है। इस बीमारी के लक्षण कौन-कौन से हैं और इस स्थिति से बचाव कैसे किया जा सकता है।
एंजियोप्लास्टी क्या है?
श्रेयस तलपड़े की तुरंत एंजियोप्लास्टी की गई और उनकी जान को बचाया गया। एंजियोप्लास्टी एक ऐसी सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें हृदय की मांसपेशियों तक ब्लड सप्लाई करने वाली रक्त वाहिकाओं को खोला जाता है। मेडिकल भाषा में इन ब्लड वैसल्स को कोरोनरी आर्टिरीज कहा जाता है। हार्ट अटैक आने के बाद डॉक्टर मरीज की जान बचाने के लिए इस मेडिकल तकनीक का सहारा लेते हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण
- छाती में दर्द और भारीपन महसूस होना
- सांस लेने में दिक्कत होना
- दिल की धड़कन का तेजी से बढ़ना
- सांस लेते और छोड़ते समय सिर में हल्का भारीपन या चक्कर आना
- सीने में जकड़न
- हाथ,गर्दन,जबड़े और पीठ में दर्द होना
- जी मिचलाना
- पेट दर्द होना
- बेहोशी महसूस होना हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण हैं।
दिल का दौरा पड़ने पर मरीज के साथ क्या करें
- जिस भी इंसान में आप इस तरह के लक्षण महसूस करें आप उसे तुरंत डिस्प्रीन की दवाई पानी में घोल कर पिला दें तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
- सीपीआर का सहारा लें। कार्डियोपल्मोनरी रिसस्सिटेशन (CPR) एक बेहद जरूरी तकनीक है जो हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट के वक्त जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।