Sharda Sinha Death Reason: बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा का 5 नवंबर को दिल्ली के AIIMS अस्पताल में निधन हो गया। शारदा सिन्हा की 72 साल की उम्र में सेप्टीसीमिया के कारण मौत हो गई। एम्स अस्पताल द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया कि शारदा सिन्हा को सेप्टीसीमिया की वजह से रिफ्रैक्टरी शॉक हुआ, जिससे उनकी मौत हो गई। बता दें कि बिहार कोकिला और भोजपुरी की लोकप्रिय लोक गायिका शारदा सिन्हा बीते 6 साल से मल्टीपल मायलोमा (Multiple Myeloma) से जूझ रही थीं। मल्टीपल मायलोमा एक तरह का रेयर कैंसर ही होता है। आपको बताते हैं मल्टीपल मायलोमा और सेप्टीसीमिया (Septicemia) क्या होता है।

क्या होता है मल्टीपल मायलोमा (what is multiple myeloma)

मल्टीपल मायलोमा (Multiple Myeloma) एक तरह के रेयर कैंसर होता है। शारदा सिन्हा बीते 6 साल से मल्टीपल मायलोमा से जूझ रही थीं। यह हमारे शरीर में प्लाज्मा सेल्स यानी व्हाइट ब्लड सेल्स को प्रभावित करता है। मल्टीपल मायलोमा होने से इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर हो जाता है और शरीर में इन्फेक्शन होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा को मल्टीपल मायलोमा के कारण सेप्टीसीमिया हुआ, जिससे उनकी मौत हो गई।

मल्टीपल मायलोमा से क्या होती है समस्या

मल्टीपल मायलोमा से इम्यूनिटी कमजोर होती है और एब्नॉर्मल सेल्स तेजी से पूरे शरीर में फैलने लगते हैं। जिसके कारण रेड ब्लड सेल्स कम होने लगते हैं और एनीमिया हो जाता है। इसके अलावा हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और बैक्टीरियल इन्फेक्शन, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया, बोन फ्रैक्चर और किडनी फेल्योर होने का खतरा बढ़ा जाता है।

क्या होता है सेप्टीसीमिया

सेप्टीसीमिया एक तरह का ब्लड इन्फेक्शन है। इसे ब्लड पॉइजनिंग भी कहा जाता है। इसमें ब्लड स्ट्रीम में जर्म्स प्रवेश कर जाते हैं। यह जर्म्स बैक्टीरिया, फंगस या वायरस कोई भी हो सकते हैं। इसके चलते ब्लड पॉइजनस हो जाता है और मौत तक हो जाती है।