Selena Gomez Bipolar Disorder Diagnosis: सेलिना गोमेज़ ने अपनी आगामी डॉक्यूमेंट्री, माई माइंड एंड मी में अपनी एक बीमारी के बारे में खुलासा किया है। सेलेना गोमेज़ उन हस्तियों में से एक हैं जिन्होंने मानसिक समस्याओं से संघर्ष किया है और मानसिक स्वास्थ्य के साथ अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात की है।

बता दें कि वर्ष 2020 में माइली साइरस के साथ एक इंस्टाग्राम लाइव में गोमेज़ ने अपने द्विध्रुवी विकार के बारे में बात की थी। यह एक ऐसी मानसिक स्थिति है जो आपका मूड बदल देती है। उसने बताया कि वह अमेरिका के सबसे अच्छे मानसिक अस्पतालों में से एक मैकक्लीन हॉस्पिटल गईं थीं। तब जाकर उन्हें राहत मिली।

बाइपोलर डिसऑर्डर के कारण

इस स्थिति के बारे में बताते हुए मनोचिकित्सक डॉ त्रिदीप चौधरी ने Indianexpress.com को बताया, “यह मस्तिष्क विकारों का एक समूह है जो किसी व्यक्ति के मूड, एनर्जी और कार्य करने की क्षमता में अत्यधिक उतार-चढ़ाव का कारण बनता है।” उन्होंने आगे कहा, “हमारे मस्तिष्क में विभिन्न प्रकार के न्यूरोट्रांसमीटर होते हैं जैसे – डोपामाइन, सेरोटोनिन, नोरपीनेफ्राइन, सेरोटोनिन, गामा एमिनो ब्यूटायरेट, ग्लूटामेट, और एसिटाइलकोलाइन। यदि यह किसी भी कारण से असंतुलित होते हैं तो ऐसे परिवर्तनों के कारण मूड में ऐसा बदलाव आता है कि व्यक्ति कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों के लिए उदास महसूस कर सकता है और फिर बिना किसी कारण के खुश महसूस कर सकता है।”

बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण

डॉ चौधरी के अनुसार, “लक्षणों की शुरुआत आम तौर पर 15 से 30 साल की उम्र के बीच शुरू होती है। यह पुरुषों और महिलाओं के बीच समान रूप से होता है।” उन्होंने बताया कि, “बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षणों में थकान, परेशान रहना, निराशा की भावना, आत्मघाती विचार, अचानक से खुश होना, अत्यधिक बात करना, आत्म-सम्मान को लेकर चिंतित, नींद न आना, निर्णय न ले पाना, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी के अलावा शराब या नशीली दवाओं का दुरुपयोग, आक्रमकता और हाई सेक्स ड्राइव आदि हो सकते हैं।”

बाइपोलर डिसऑर्डर के उपचार

द्विध्रुवी विकार (Bipolar disorder) एक लंबे समय तक चलने वाली स्थिति है। इसलिए इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को प्रोत्साहन की जरूरत होती है। यदि आपको किसी में लक्षण दिखाई दें तो दवा या विशेषज्ञ के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। जीवनशैली में बदलाव भी बीमारी की रोकथाम में मददगार हो सकता है। उपचार के बारे में बात करते हुए विशेषज्ञ ने कहा कि “यदि व्यक्ति हिंसक और जानलेवा हो जाता है तो अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है।”

अन्यथा बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्तियों को नियमित व्यायाम करना चाहिए, खाने और सोने के कार्यक्रम का पालन करना चाहिए, अपने मूड में उतार-चढ़ाव को समझने की कोशिश करनी चाहिए, तनाव को नियंत्रित करना सीखें और शराब न पिएं। कुछ लोग लक्षणों को कम करने के लिए विशेष प्रकार का सप्लीमेंट लेते हैं, लेकिन उनका उपयोग इसे और जटिल बना सकता है। ऐसे में कोई भी सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर को बताना न भूलें।