बी टाउन के गलियारों से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। मशहूर एक्ट्रेस और मॉडल पूनम पांडे (Poonam Pandey Death) का निधन हो गया है। एक्ट्रेस को सर्वाइकल कैंसर था। इस दुखद खबर की जानकारी देते हुए हाल ही में अदाकारा के ऑफिशियल इंस्टाग्राम हैंडल से एक पोस्ट शेयर की गई है। महज 32 साल की उम्र में पूनम पांडे की निधन की खबर से फैंस सकते में हैं।

इंस्टाग्राम हैंडल पर पूनम पांडे के मैनेजर ने खुलासा करते हुए बताया है क 1 फरवरी की रात को सर्वाइकल कैंसर से जंग के बाद उन्होंने दम तोड़ा है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं इस जानलेवा बीमारी के बारे में-

क्या होता है सर्वाइकल कैंसर?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) सर्विक्स में होने वाला गंभीर कैंसर होता है। वहीं, सर्विक्स गर्भाशय का सबसे निचला भाग होता है। इसे गर्भाशय ग्रीवा भी कहते हैं। ये शरीर का वो हिस्सा है, जो योनि यानी वेजाइना को गर्भाशय से जोड़ने का काम करता है। आसान भाषा में समझें तो, आपकी बॉडी के किसी भी हिस्से में कोशिकाओं का अनियंत्रित तरीके से बढ़ना कैंसर कहलाता है। वहीं, जब ये कोशिकाएं, सर्विक्स एरिया में बढ़ने लगती हैं, तो इसे सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है।

क्यों होता है सर्वाइकल कैंसर?

एक्सपर्ट्स ह्यूमन पेपिलोमावायरस (Human Papillomavirus) को सर्वाइकल कैंसर का कारण बताते हैं। वहीं, शरीर में इस वायरस के फैलने का सबसे बड़ा कारण असुरक्षित और अनेक यौन संबंध बनाना है। यहां भी आसान भाषा में समझें तो ये वायरस असुरक्षित वेजाइनल, एनल और ओरल यौन संबंध बनाने के दौरान फैल सकता है और समय के साथ कैंसर का कारण बनने लगता है।

कितनी खतरनाक है ये स्थिति?

हमारे देश को लेकर इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (The International Agency for Research on Cancer) की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है। इतना ही नहीं, कैंसर से होने वाली मौतों में ये दूसरी सबसे बड़ी वजह भी है। भारत में हर साल करीब सवा लाख महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर डिटेक्‍ट होता है, जिनमें से करीब 62 फीसदी की मौत हो जाती है।

क्या होते हैं सर्वाइकल कैंसर के लक्षण?

इसस पहले बता दें कि आमतौर पर शरीर में ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के प्रवेश करने और इससे कैंसर सैल्स बनने में लंबा वक्त लगता है। ऐसे में इस गंभीर स्थिति के लक्षण नजर आने में भी लंबा समय लग सकता है। हालांकि, अगर आपको यौन संबंध बनाने के बाद ब्लीडिंग, मेनोपॉज होने के बाद भी ब्लीडिंग, पीरियड्स के समय से अलग भी बिना वजह योनि से ब्लीडिंग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो बिना अधिक समय गवाए एक बार अपनी जांच जरूर करा लें।

इससे अलग योनि से असामान्य रूप से लिक्विड बहना, मल-मूत्र के दौरान तेज दर्द होना, वजन अचानक कम हो जाना, पीठ के निचले हिस्से में दर्द बने रहना और बिना वजह अक्सर थकान महसूस करना भी सर्वाइकल कैंसर के संकेत हो सकते हैं। इस स्थिति में भी समय पर जांच कराना बेहद जरूरी हो जाता है।

क्या सर्वाइकल कैंसर का इलाज संभव है?

जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, ह्यूमन पेपिलोमावायरस सर्वाइकल कैंसर का कारण है, ऐसे में इसके खिलाफ वैक्सीन के जरिए सर्वाइकल कैंसर से बवाच भी मुमकिन है। बीते दिन यानी 1 फरवरी को अंतरिम बजट में वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने देशभर में 9 से 14 साल की बच्चियों को निशुल्‍क सर्वाइकल कैंसर वैक्‍सीन लगवाने का बड़ा फैसला लिया है, ताकि महिलाओं को इस जानलेवा स्थिति से बचाया जा सके।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।