Pollution: राजधानी दिल्ली में जैसे-जैसे मौसम सर्द हो रहा है वैसे-वैसे प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है। दिल्ली की हवा दिन प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार दर्ज किया जा रहा है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। लोगों को सांस लेने में परेशानी महसूस हो रही है। दूसरी ओर यमुना नदी में भी प्रदूषण (Pollution) का असर देखने को मिल रहा है। यमुना नदी (Yamuna River) में जहरीला झाग बना हुआ है। इस समय यमुना नदी में स्नान करने से आपको कई गंभीर बीमारी होने का खतरा बन सकता है।
छठ पर्व आने वाला है और इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु यमुना नदी में स्नान करते हैं। यमुना नदी में जहरीला झाग आपकी सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है। छठ पर्व पर श्रद्धालु यमुना नदी के झाग वाले पानी में नहाते हैं, जिससे कई तरह की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। चलिए आपको बताते हैं यमुना नदी के झाग वाले पानी में नहाने से किन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
यमुना में सफेद झाग कितना खतरनाक
पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें तो यमुना नदी में जो सफेद झाग बनता है, उसमें अमोनिया और फॉस्फेट की मात्रा अधिक होती है। जो हानिकारक कार्बनिक पदार्थ हैं। इससे कार्बन के कण निकलते हैं, स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है। इसके चलते आपको सांस, स्किन, गले में दर्द और आंखों में जलन जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।
यमुना में सफेद झाग से हो सकती है ये बीमारी
यमुना में सफेद झाग के पानी से अस्थमा, स्किन में जलन, चकत्ते निकलना और खतरनाक तरीके की एलर्जी हो सकती है। सफेद झाग में जहरीले केमिकल्स होते हैं, जिससे लिवर-किडनी (Liver and Kidney) को भी नुकसान हो सकता है। यमुना नदी में स्नान के बाद अगर आपको किसी भी तरह की कोई समस्या महसूस हो रही है तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।