प्रेग्नेंसी के दौरान खानपान से लेकर लाइफस्टाइल को लेकर तमाम तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। प्रेग्नेंसी में शारीरिक संबंध बनाने यानी फिजिकल रिलेशन को लेकर लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ लोग इसे ठीक नहीं मानते हैं। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान शारीरिक संबंध बनाया जा सकता है। लेकिन अगर आपकी प्रेग्नेंसी में कोई रिस्क फैक्टर है तो सावधानी रखने की आवश्यकता है। इस केस में अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
अरिहंत हॉस्पिटल एंड टेस्ट ट्यूब बेबी से जुड़ी रहीं महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. सरिता जैन अपने एक वीडियो में कहती हैं कि हमारे पास ओपीडी में तकरीबन हर दूसरे मरीज का यही सवाल होता है कि प्रेग्नेंसी में फिजिकल रिलेशन सुरक्षित है या नहीं? और कब-कब शारीरिक संबंध बनाया जा सकता है और कब बचना चाहिए। डॉ. जैन कहती हैं कि ज्यादातर मामलों में शारीरिक संबंध पूरी तरह सुरक्षित है। इससे किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं है।
अगर फीमेल पार्टनर के नजरिये से बात करें तो पहले तीन महीने (फर्स्ट ट्राइमेस्टर) में कई तरह की दिक्कतें होती हैं। जैसे- जी घबराना, उल्टी और चक्कर आना आदि। ऐसे में वे कंफर्टेबल फील नहीं करती हैं। लेकिन सेकेंड ट्राइमेस्टर में इस तरह की दिक्कतें काफी हद तक दूर हो जाती हैं। इस ट्राइमेस्टर में यूट्रस का साइज ज्यादा बड़ा नहीं होता है। महिलाएं, सहज भी महसूस करती हैं। डॉ. जैन कहती हैं कि तीसरे ट्राइमेस्टर में फिर सिर दर्द, जी घबराना और उल्टी जैसी दिक्कतें शुरू हो जाती हैं, जो महिलाओं के लिए कष्टकारी होता है।
डॉ. जैन कहती हैं कि प्रेगनेंसी में शारीरिक संबंध को लेकर कई तरह के मिथ भी हैं। एक धारणा है कि प्रेग्नेंसी में शारीरिक संबंध बनाने से बच्चे को चोट पहुंच सकती है। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। गर्भ के अंदर बच्चा बेहद सुरक्षित होता है। एक और मिथ है कि फर्स्ट ट्राइमेस्टर में शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। लेकिन जिन महिलाओं की प्रेग्नेंसी में कोई कॉम्प्लीकेशन या रिस्क फैक्टर नहीं है, वे बेझिझक फिजिकल हो सकती हैं।
प्रेग्नेंसी में संबंध बनाते वक्त क्या सावधानी जरूरी?
मुंबई के जाने-माने महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश गुप्ता अपने एक वीडियो में कहते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान शारीरिक संबंध बनाया जा सकता है। लेकिन इस दौरान सुरक्षित संबंध बहुत जरूरी है। मसलन- संबंध बनाते वक्त पोजिशन का खास ख्याल रखें। मेल पार्टनर को ध्यान रखना चाहिए कि अपना वजन अपने पार्टनर पर न डालें। इससे चोट का खतरा रहता है। इसी तरह इंफेक्शन का भी डर है, इसलिए प्रोटेक्शन का भी ध्यान रखना आवश्यक है।
इन 5 स्थिति में शारीरिक संबंध ठीक नहीं
- पिछली प्रेग्नेंसी में अबॉर्शन हो गया हो
- समय से पहले डिलीवरी हुई हो
- मौजूदा प्रेग्नेंसी में जुड़वा या इससे ज्यादा बच्चे हैं
- मौजूदा प्रेग्नेंसी में बच्चादानी का मुंह छोटा हो गया है या सिकुड़ गया है
- अगर बार-बार ब्लीडिंग की दिक्कत है तब भी फिजिकल रिलेशन से बचें
