Diabetes Unknown Symptoms: आज के व्यस्त जीवन में हल्के-फुल्के स्वास्थ्य समस्याओं को कई लोग नजरअंदाज करते हैं। मगर यही छोटी-छोटी दिक्कतें कई बार विकराल रूप धारण कर लेती हैं। पिछले एक साल से कई लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, ऐसे में जोड़ों या कंधे के दर्द की परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ता है। अगर आपको बगैर किसी कारण भी जोड़ों में दर्द होता है तो सचेत हो जाएं, ये डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से –

ब्लड शुगर बढ़ने से हो सकता है जोड़ों में दर्द: स्वास्थ्य विशेषज्ञ आए दिन मरीजों को रक्त शर्करा के उच्च स्तर को लेकर सतर्क करते रहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि डायबिटीज बीमारी में धीरे-धीरे शरीर खोखला हो जाता है। ब्लड शुगर बढ़ने से कई दूसरे अंगों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। मधुमेह रोगियों की मांसपेशियां, हड्डी और लिगामेंट्स कमजोर हो जाते हैं। इसी कारण उन्हें जोड़ों में दर्द की परेशानी हो सकती है। साथ ही, जॉइंट्स स्वेलिंग और मूवमेंट में दिक्कत होना भी इस बीमारी का लक्षण हो सकता है।

हाथ पड़ सकते हैं सुन्न: रक्त शर्करा के बढ़ने के लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं, इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। हालांकि, कुछ शारीरिक बदलावों पर ध्यान दिया जाए तो ये बीमारी पकड़ में आ सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार डायबिटीज के कारण हाथों में भी परेशानी उत्पन्न हो जाती है।

इससे हाथों का सुन्न होना, उंगलियों में सूजन और दर्द, सीधा नहीं हो पाना, हाथों को हिलाने में कठिनाई महसूस करने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा, हाथों की त्वचा सख्त होना भी डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। मेडिकल टर्म में इस स्थिति को डायबिटिक हैंड सिंड्रोम कहते हैं।

हो सकती है फ्रोजन शोल्डर की समस्या: फ्रोजन शोल्डर यानी कंधों का अकड़ जाना लोगों के लिए बड़ी समस्या साबित हो सकती है। ये डायबिटीज का भी एक लक्षण है। मधुमेह रोगियों की नसें ब्लड शुगर के प्रभाव से पतली हो जाती हैं, इससे खून का संचार ठीक ढंग से नहीं हो पाता है। जिन हिस्सों में रक्त संचार सही से नहीं हो पाता है, उनमें समस्या उत्पन्न होने लगती हैं। कंधों में अकड़न से दर्द, दैनिक कार्य करने में कठिनाई और कंधों में भारीपन महसूस हो सकता है।