70 साल पुरानी ब्लड प्रेशर की दवा अब ब्रेन ट्यूमर के इलाज में मदद कर सकती है,ये बात एक नई रिसर्च में साबित हो चुकी है। हाइड्रालाजीन (Hydralazine) दवा का सेवन दशकों से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए किया जाता रहा है। ये दवा खासतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के लिए इस्तेमाल होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया के वैज्ञानिकों ने रिसर्च में पाया है कि ये दवा ब्रेन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी असर दिखा सकती है। यह शोध Science Advances जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
सालों पुरानी दवा का नया इस्तेमाल
हाइड्रालाजीन (Hydralazine) 70 साल से भी ज्यादा पुरानी दवा है, जिसका इस्तेमाल खतरनाक हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए किया जाता रहा है, खासकर गर्भवती महिलाओं में। हैरानी की बात यह है कि इतने सालों बाद भी डॉक्टर इसके वास्तविक मॉलिक्यूलर मैकेनिज्म को पूरी तरह नहीं समझ पाए थे। डॉ. क्योसुके शिशिकुरा के अनुसार हाइड्रालाजीन (Hydralazine) सबसे शुरुआती vasodilator दवाओं में से एक है और आज भी प्रीक्लेम्पसिया के इलाज में सबसे असरदार साबित होती है। प्रीक्लेम्पसिया प्रेग्नेंसी की एक स्थिति है जिसमें 20 हफ्तों के बाद अचानक हाई ब्लड प्रेशर और पेशाब में प्रोटीन (प्रोटीनुरिया) पाया जाता है। यह मां और बच्चे दोनों के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।
यह दवा क्लिनिकल प्रयोगों से विकसित हुई थी, लेकिन तब इसके पीछे की जीवविज्ञान पूरी तरह स्पष्ट नहीं थी। रिसर्च के मुताबिक ये दवा हाई ब्लड प्रेशर और ब्रेन कैंसर के इलाज के बीच चौंकाने वाली जानकारी देती हैं।
Hydralazine दवा कैंसर से कैसे लड़ती है?
शोधकर्ताओं ने पाया कि Hydralazine सीधे एक छोटे लेकिन महत्वपूर्ण एंजाइम 2-aminoethanethiol dioxygenase (ADO) को निशाना बनाती है। ये एंजाइम रक्त वाहिकाओं को यह संकेत देता है कि उन्हें कब सिकुड़ना है। डॉ. मैथ्यूज़ के अनुसार ADO शरीर का अलार्म सिस्टम है। जब भी ऑक्सीजन कम होती है ये तुरंत सक्रिय हो जाता है। अधिकांश प्रक्रियाओं में समय लगता है, लेकिन ADO सेकंडों में बायोकेमिकल स्विच ऑन कर देता है। हाइड्रालाजीन दवा ADO को ब्लॉक कर देती है, जिससे कैंसर कोशिकाओं को मिलने वाला अलार्म सिग्नल बंद हो जाता है। इससे आक्रामक ब्रेन ट्यूमर का बढ़ना रुक सकता है।
कैसे Hydralazine ब्रेन कैंसर के लिए सुरक्षित दवा?
इस शोध की वजह से भविष्य में ऐसी दवाएं बनाई जा सकती हैं जो ज्यादा सुरक्षित हों और ब्रेन कैंसर पर ज्यादा असर दिखाएं। डॉ. मैथ्यूज़ कहती हैं कि बहुत कम ऐसा होता है कि जब एक पुरानी दिल के रोग की दवा हमें ब्रेन पर कुछ नया सिखाएं। इस रिसर्च से इलाज के नए रास्ते खुले हैं।
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