अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी होता है। रोजाना भरपूर नींद लेने से न सिर्फ आपकी यह प्रॉब्लम दूर होगी बल्कि इससे मानसिक बीमारियों से भी बचा जा सकता है। रहती हैं। अपर्याप्त नींद कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। एक शोध से सामने आया है कि जो लोग 5 घंटे या उससे कम सोते हैं उन्हें कार्डियोवस्कुलर हार्ट डिजीज होने का खतरा दोगुना होता है। बता दें कि इससे पहले के अध्ययन में इस बात के स्पष्ट सबूत नहीं थे कि क्या कम नींद लेने का से भविष्य में कार्डियोवस्कुलर हार्ट डिजीज यानी दिल की बीमारी होने का खतरा होता है लेकिन इस शोध में 50 वर्ष की आयु वाले पुरुषों पर इस खतरे का अध्ययन किया गया है।
दरअसस, स्वीडन में यूनिवर्सिटी ऑफ गोथेनबर्ग के मोआ बेंगटसन की स्टडी में उन्होंने कहा कि, ‘कम नींद लेने से भविष्य में दिल की बीमारी होने का खतरा हो सकता है.’ वर्ष 1993 में इस अध्ययन में भाग लेने के लिए 1943 में जन्मे और गोथेनबर्ग में रह रहे पुरुषों की 50% आबादी में से इन लोगों को रैंडम तौर पर चुना गया था। अध्ययन में पाया गया कि रात में 5 घंटे या उससे कम समय तक सोने वाले पुरुषों में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, कम शारीरिक गतिविधि और खराब नींद की समस्या आम पाई गई। मोआ ने कहा कि यह अध्ययन बताता है कि नींद बेहद जरूरी है और यह हम सभी के लिए खतरे की घंटे होना चाहिए।
क्या है कार्डियोवेस्कुलर: एक स्वस्थ कार्डियोवेस्कुलर का कार्य होता है शरीर के हर हिस्से में खून और ऑक्सीजन की सप्लाई पहुंचाना। धूम्रपान और एल्कोहल का अधिक मात्रा में सेवन करने से कार्डियोवेस्कुलर सिस्टम की क्रिया प्रणाली बुरी तरह प्रभावित होती है। ऐसा आमतौर पर तब होता है, जब इस सिस्टम में स्ट्रोक या क्लॉट एकत्रित हो जाते हैं। कई बार ये जानलेवा भी होते हैं।
कार्डियोवेस्कुलर से बचने के उपाय: इस समस्या से बचने का एक आसान तरीका है व्यायाम। व्यायाम के जरिये न सिर्फ हृदय रोग बल्कि कई अन्य रोगों से भी बचा जा सकता है। व्यायाम के जरिये डायबिटीज, तरह-तरह के कैंसर और कई तरह की मानसिक बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। इसके अलावा अच्छी डाइट लें, धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें।