यूरिक एसिड एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो बॉडी में प्यूरीन की मात्रा अधिक होने से बढ़ते हैं। यूरिक एसिड की मात्रा अधिक होने से किडनी उन्हें आसानी से फिलटर करके यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती है और ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता हैं जिससे हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) नामक स्थिति उत्पन्न हो जाती है जो गाउट का कारण बनती है।

यूरिक एसिड जब जोड़ों में जमा होने लगता हैं तो दर्द और सूजन का कारण बनता हैं। अगर यूरिक एसिड का उपचार नहीं किया जाए तो हड्डियों, जोड़ों और ऊतकों को नुकसान पहुंच सकता है। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि हाई यूरिक एसिड का संबंध टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और फैटी लीवर से भी है।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए दवाई के अलावा डाइट भी बेहद असरदार है। यूरिक एसिड बढ़ने से हड्डियों में गैप आने से लेकर हार्ट से जुड़ी समस्याओं तक का सामना करना पड़ सकता है। यूरिक एसिड बढ़ने से हाथ-पैरों के जोड़ों में सूजन और दर्द होता है। डाइट में जौ का सत्तू ना सिर्फ सेहत के लिए फायदेमंद है बल्कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में भी असरदार है। जौ का सत्तू पीकर आप घर में ही बिना दवाई के यूरिक एसिड को कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि जौ का सत्तू कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है।

जौ का सत्तू कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है:

हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक जौ का सेवन यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है। ये लिपिड मेटाबॉलिज्म, लीवर फंक्शन और एंटीऑक्सीडेंट सिस्टम से संबंधित कई बेनेफिट्स पहुंचा सकता है। फरमेनटिड जौ का अर्क गाउट की स्थिति में यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है। इस अर्क का सेवन करने से पेशाब ज्यादा आता है और बॉडी से टॉक्सिन पेशाब के जरिए बाहर निकलने लगते हैं।

जौ का सत्तू फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। इसका सेवन करने से बॉडी में प्यूरीन के जमा होने की प्रक्रिया धीमी होती है। जौ का सत्तू बॉडी में मौजूद प्यूरीन को पेशाब के जरिए बॉडी से आसानी से बाहर निकाल देता है। जौ का सत्तू आंतों में पाचन एंजाइम को बढ़ाने में मदद करता है और पाचन को दुरुस्त करता है। इसका सेवन करने से ब्लैडर साफ होता है।

कैसे करें जौ का सत्तू तैयार:

जौ का सत्तू बनाने के लिए एक गिलास पानी लें और उसमें एक चम्मच जौ का सत्तू मिलाएं और उसे अच्छे से मिक्स कर लें। अब इस सत्तू में स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़ा सा काला नमक और नींबू डालें और उसे मिक्स करके उसका सेवन करें। गर्मी में ये सत्तू इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करेगा और यूरिक एसिड को भी कंट्रोल करेगा। सत्तू का सेवन लीवर को डिटॉक्स करेगा और लीवर को हेल्दी बनाएगा। इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहेगा। ये गैस और एसिडिटी की परेशानी से बचाएगा और ब्रेन की हेल्थ को भी दुरुस्त करेगा।