मल के साथ म्यूकस आना जिसे आम भाषा में हम मल के साथ बलगम आना कहते हैं। शौच करते वक्त मल के साथ मामूली सा बलगम आना नॉर्मल है लेकिन बलगम की मात्रा ज्यादा आना कोई बीमारी नहीं बल्कि किसी बीमारी का संकेत हैं। मल के साथ सफेद,पीला-भूरा या खून से सना हुआ बलगम कई कारणों की वजह से आता है। आमतौर पर मल के साथ बलगम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थिति, डिहाइड्रेशन और कब्ज की वजह से आता है। इन वजह से मल में आने वाला बलगम आराम से दवाई से ठीक हो जाता है।

हॉम्योपैथी डॉक्टर सीतल टोंगसे के मुताबिक सीमित मात्रा में बलगम निकले तो कोई परेशानी की बात नहीं है लेकिन उसका ज्यादा मात्रा में निकलना पाचन से जुड़ी बीमारी और पाइल्स समेत और भी कई बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं। म्यूकस सभी के मल में मौजूद होता है लेकिन ये दिखता नहीं है। अगर इस म्यूकस की मात्रा ज्यादा रहती है तो ये साफ तौर पर दिखता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन- कौन सी ऐसी बीमारियां है जिनकी वजह से मल के साथ बलगम आ सकता है और उनके लक्षणों की पहचान कैसे करें।

किन बीमारियों की वजह से मल में आता है बलगम ?

  • क्रोहन रोग यह पाचन तंत्र के अस्तर की सूजन का कारण बनता है। यह एक गंभीर स्थिति है जिसका सही और समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा हो सकती है।
  • लैक्टोज इंटॉलरेंस की वजह से मल में बलगम आना। लैक्टोज एक प्रकार का एंजाइम है जिसका निर्माण छोटी आंत में होता है। जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में लैक्टोज का निर्माण नहीं होता तब लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या होती है।
  • इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBM) एक आम विकार है, जो बड़ी आंत को प्रभावित करता है। इसकी वजह से पेट में ऐंठन, पेट दर्द और सूजन की परेशानी होती है।
  • अल्सारेटिव कोलाइटिस में भी आपको मल के साथ बलगम आ सकता है।
  • फिशर की समस्या है तो आपको मल के साथ म्यूकस आ सकता है।
  • लेटरीन की जगह इंफेक्शन होने पर या फिर आंतों में इंफेक्शन होने पर भी मल के साथ आ सकता है म्यूकस
  • किडनी की बीमारी और कोलन कैंसर में भी मल के साथ बलगम आ सकता है।

इन लक्षणों को नहीं करें नजरअंदाज

  • लम्बे समय तक टॉयलेट में बैठना हो सकता है परेशानी
  • मल के साथ म्यूकस और ब्लड आना
  • म्यूकस के साथ पेट में दर्द,सूजन,मरोड़ होना
  • मल के साथ ज्यादा बदबू आना
  • कब्ज की परेशानी होना या दस्त रहना
  • पेट फूलने की परेशानी होना
  • गैस बनना,उल्टी और मतली होना
  • बॉडी पेन होना,बार-बार बुखार होना
  • मल के रंग में बदलाव होना कमजोरी महसूस होना
  • बॉडी में दिखने वाले इनमें किसी भी लक्षण को अगर आप महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।