बारिश का मौसम तपती गर्मी से राहत देने का काम करता है। हालांकि, इस मौसम में बीमारियों का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है। बारिश के पानी और नमी के कारण वातावरण में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिनके संपर्क में आने पर व्यक्ति खासकर वायरल संक्रमण या फ्लू की चपेट में जल्दी आ जाता है। इसके अलावा इस मौसम में डेंगू के मामलों में भी वृद्धि देखी जाती है। ऐसे में ज्यादातर समय लोग डेंगू बुखार और नॉर्मल फ्लू को लेकर कन्फ्यूजन रहने लगते हैं। कई बार लोग डेंगू को वायरल फ्लू समझ लेते हैं और डेंगू होने पर भी सामान्य बुखार की दवाएं लेते रहते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है।

इसी कड़ी में यहां हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जिनपर ध्यान देकर आप नॉर्मल फ्लू और डेंगू में फर्क पहचान सकते हैं, साथ ही समय रहते सही इलाज के साथ स्थिति को गंभीर होने से रोक सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

मामले को लेकर फाइनेंशियल एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम में सलाहकार-संक्रामक रोग डॉ. नेहा रस्तोगी पांडा ने बताया,’मानसूनी बुखार और डेंगू दोनों के ही संपर्क में आने पर व्यक्ति को बॉडी पेन, थकान या कमजोरी का एहसास परेशान कर सकता है। हालांकि, इससे अलग भी कुछ लक्षणों पर ध्यान देकर आप दोनों के बीच अंतर को पहचान सकते हैं।’

नॉर्मल फ्लू होने पर नजर आते हैं ये लक्षण

डॉ. पांडा बताती हैं, ‘मानसूनी बुखार आमतौर पर 5 से 7 दिनों तक रहता है। खासकर कमजोर इम्युनिटी वाले लोग बुखार की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। साथ ही इस स्थिति में उन्हें सर्दी, खांसी, गले में खराश या थकान जैसी समस्याएं भी घेर लेती हैं। हालांकि, सही दवा और आराम के बाद हफ्तेभर के अंदर ये लक्षण खुदबखुद कम होने लगते हैं।

डेंगू होने पर नजर आते हैं ये लक्षण

वहीं, डेंगू के लक्षणों के बारे में बात करते हुए डॉ. पांडा बताती हैं, ‘इस स्थिति में बुखार तेज होता है, आमतौर पर 104 एफ तक पहुंच जाता है। डेंगू में खांसी, नाक बहना और पतला मल आमतौर पर नहीं देखा जाता है, इससे अलग सिर और जोड़ों में तेज दर्द, उल्टी-मल्ती, ग्रंथियों में सूजन या शौच और उल्टी के साथ खून आने जैसी समस्याएं व्यक्ति को घेर लेती हैं। इसके अलावा डेंगू की चपेट में आने पर पीड़ित का प्लेटलेट काउंट गिरने लगता है। ऐसे में 2 से 3 दिन बाद ही स्थिति और ज्यादा गंभीर हो जाती है।’

इस तरह कुछ आम लक्षणों पर ध्यान देकर आप डेंगू और नॉर्मल फ्लू में अंतर पहचान सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।