Fasting Tips for Diabetes Patients : भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए भक्त महाशिवरात्रि का व्रत रखते हैं। जिसमें पूरे दिन खानपान से जुड़े नियमों का पालन किया जाता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों को किसी भी तरह का उपवास करते समय बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि व्रत (Mahashivratri Vrat) करते समय मधुमेह में कुछ गलतियों से बचना चाहिए। क्योंकि इससे ब्लड शुगर बहुत ज्यादा बढ़ सकता है और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
मधुमेह के कारण खून बनता है पानी
हाई ब्लड शुगर धीरे-धीरे किडनी को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए यदि आप मधुमेह के गंभीर रोगी हैं, तो किडनी फेल हो सकती है। एनएचएस के मुताबिक जब किडनी काम करना बंद कर देती है तो खून में पानी की मात्रा बढ़ने लगती है।
मधुमेह रोगियों को महाशिवरात्रि का व्रत कैसे करना चाहिए?
मधुमेह के मरीजों को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए, इसके लिए उन्हें महाशिवरात्रि के दिन उपवास करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। गलती करने से रक्त शर्करा नियंत्रण से बाहर हो सकता है और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं मधुमेह के मरीजों को क्या नहीं करना चाहिए।
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दवा लेने में लापरवाही न करें
कुछ लोग धार्मिक कारणों से उपवास करते समय मधुमेह की दवा छोड़ देते हैं। यह गलती बहुत खतरनाक हो सकती है और उच्च रक्त शर्करा का कारण बन सकती है। इसलिए अपनी दवाएं नियमित समय पर लें।
बिना जल के उपवास करने की भूल
डायबिटीज में शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। हेल्थलाइन के मुताबिक, डिहाइड्रेशन से डायबिटीज के मरीज की सेहत बिगड़ सकती है।
सारा दिन भूखा रहने की गलती
Diabetes.org के मुताबिक लंबे समय तक उपवास रखने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। इसलिए व्रत के दौरान थोड़े-थोड़े अंतराल पर हेल्दी खाना खाते रहें। यह उपवास करने का एक सुरक्षित तरीका है।
ज्यादा फल खाने की गलती
मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक कुछ फलों में बहुत अधिक प्राकृतिक चीनी होती है, इसलिए उनका उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। फलों में (अनानास, आम, पपीता, अंगूर) जीआई वैल्यू हाई होती है, इसलिए इनके अधिक सेवन से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है।