Diabetes Risk: हेल्दी रहने के लिए हेल्दी डाइट के साथ बैलेंस्ड डाइट भी बहुत आवश्यक है। जब लोगों के खानपान में सभी पोषक तत्व मौजूद होंगे तो लोग स्वस्थ रहते हैं। किसी भी एक पोषक तत्व की कमी से लोगों में कई स्वास्थ्य परेशानियां सामने आने लगती हैं। ये बात डॉक्टर्स भी मानते हैं कि किसी भी न्यूट्रिएंट्स की कमी कोई बीमारी का कारण बन सकता है। मैग्नीशियम भी इन्हीं जरूरी पोषक तत्वों में से एक है जो आमतौर पर हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल, सूखे मेवे, साबुत अनाज और सीड्स में मौजूद होते हैं।
CDC के अनुसार 45 या उससे अधिक उम्र के लोगों में या फिर जो लोग अधिक वजनदार हैं अथवा कम सक्रिय हैं, उनमें डायबिटीज यानी मधुमेह के ज्यादा मामले देखे जा सकते हैं। मधुमेह रोगियों को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डायबिटीज के मरीज को अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम को शामिल करना चाहिए। मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए लोगों को अपनी डाइट में कुछ जरूरी फूड्स खाएं –
काजू-बादाम: काजू-बादाम जैसे नट्स मैग्नीशियम के बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के मुताबिक तकरीबन 28 ग्राम भुने हुए बादाम में 80 मिलीग्राम मैग्नीशियम पाया जाता है। जबकि इतने ही काजू में 74 मिलीग्राम मैग्नीशियम मौजूद होता है। आप इन दोनों सूखे मेवे को शाम के समय स्नैक्स के रूप में कर सकते हैं।
पालक: एक शोध के मुताबिक टाइप-2 डायबिटीज होने की संभावना कम रहे, इसके लिए मैग्नीशियम बेहद जरूरी है। पालक में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर स्तर नियंत्रण में रखने में मददगार है। विशेषज्ञों के अनुसार के अनुसार आधे कप उबले हुए पालक में लगभग 78 mg मैग्नीशियम पाया जाता है। इतना ही नहीं, विटामिन सी और कई मिनरल्स का भी अहम सोर्स पालक होता है।
एवोकैडो: इस पौष्टिक फल में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है। एक मीडियम साइज के एवोकैडो में तकरीबन 58 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है। इसके सेवन से मोटापा पर लगाम लगाने में भी मदद मिलती है।
क्विनोआ: हेल्दी ब्रेकफास्ट में डायबिटीज क्विनोआ का सेवन भी कर सकते हैं। इसमें मैग्नीशियम के अलावा, प्रोटीन और फाइबर भी पाया जाता है। कई पोषक तत्वों से भरपूर क्विनोआ मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है।