आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खानपान से लेकर लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल गया है। हेल्दी और फिट शरीर के लिए भोजन एक तरह से ईंधन का काम करता है, जो शरीर को मजबूत और एनर्जेटिक बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सद्गुरु ने बताया कि शरीर को हेल्दी और फिट बनाने के लिए 30% डाइट चैलेंज बहुत ही फायदेमंद होता है, जो स्वास्थ्य बढ़ाने, एनर्जी के लेवल को बेहतर बनाने और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने का एक तरीका है।
दरअसल, आध्यात्मिक गुरु और योगी सद्गुरु ने हमेशा हेल्थ से संबंधी चीजों को लेकर लोगों को जागरूक करते रहते हैं। सद्गुरु के मुताबिक, डेली की डाइट में कम से कम 30% ताजे फल शामिल करना बहुत ही फायदेमंद होता है, क्योंकि फल शरीर को एनर्जी प्रदान करते हैं, पाचन तंत्र अच्छा बताने हैं। इसके अलावा तनाव कम करने के साथ ही स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। डेली की डाइट में फलों को शामिल करने से कई बीमारियों का जोखिम भी कम होता है और शरीर एनर्जेटिक बनी रहती है।
रोज क्यों खाने चाहिए फल?
रोजाना फलों का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। फलों में प्राकृतिक शर्करा, फाइबर, विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये शरीर को बहुत अधिक तनाव दिए बिना तेजी से एनर्जी प्रदान करते हैं और अवशोषित करने में आसान होते हैं। सद्गुरु के अनुसार, फल खाने के लिए सबसे स्वच्छ खाद्य पदार्थों में से हैं, क्योंकि वे पाचन तंत्र में सबसे कम मात्रा में अवशेष छोड़ते हैं। फल शरीर को हल्का और एनर्जेटिक रखते हैं। फलों का सेवन करने से पाचन तंत्र, शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में असरदार होते है।
30% डाइट चैलेंज से शरीर को क्या फायदा?
फलों का सेवन बढ़ाने से सिर्फ पाचन तंत्र बेहतर नहीं होता, इसका शरीर पर गहरा उपचारात्मक प्रभाव पड़ता है । सद्गुरु ने ऐसे लोगों की कहानियां साझा की हैं जिन्होंने ज्यादा फल खाकर अपने स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। फल विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिन को बाहर निकालकर और अंगों के कामकाज में सुधार करके शरीर को शुद्ध करने में मदद करते हैं। वे शरीर की प्राकृतिक विषहरण प्रक्रिया का समर्थन करते हैं, इससे लिवर और किडनी पर दबाव कम होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है हैं। इसके अलावा फलों को डाइट में शामिल करने से मोटापा संबंधी कई अन्य पुरानी समस्याओं में भी फायदा होता है।
कैसे करें डाइट में फलों का सेवन
कम से कम 30% फल वाले आहार में बदलाव करने के लिए बहुत ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं होती। नाश्ते में एक कटोरी मिश्रित फल खाना, प्रोसेस्ड स्नैक्स की जगह ताजे फल खाना और फलों से बनी स्मूदी लेना आदि। इस चैलेंज को पूरा करने में मदद कर सकता है। इसके लिए मौसमी फलों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। पोषक तत्वों के अधिकतम अवशोषण को सुनिश्चित करने के लिए खाली पेट फलों का सेवन करना एक और प्रभावी तरीका है।
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