बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। ऐसे में शरीर पोषक तत्वों और ऊर्जा की कमी को महसूस भी करता है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि हम हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट का इस्तेमाल करें ताकि शरीर में बढ़ती उम्र के वजह से होने वाली कमजोरी का इलाज किया जा सके। बढ़ती उम्र के साथ त्वचा का पतला होना, मसल्स में कमी, कैलोरी में कमी आदि कई तरह के लक्षण दिखाई पड़ते हैं। इसके अलावा भूख और प्यास को पहचानने की क्षमता भी प्रभावित होती है। इसकी वजह से शरीर डिहाइड्रेटेड भी होता है और वजन में भी कमी आने लगती है। ऐसे में कुछ ऐसे पोषक तत्व हैं जिनको डाइट में शामिल करके इन परेशानियों से बचा जा सकता है। तो चलिए जानते हैं कि वे पोषक तत्व कौन से हैं।
फाइबर – बुढ़ापे में सबसे आम समस्या कब्ज की होती है। कम शारीरिक श्रम और ज्यादा मात्रा में दवाइयां लेने की वजह से यह समस्या सामने आती है। महिलाओं में यह समस्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा होती है। ऐसे में फाइबर से युक्त भोज्य पदार्थों का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है। साबुत अनाज, फल, स्टॉर्च से भरपूर सब्जियां, सेम, चिया के बीज और ऐवोकैडो का सेवन ऐसी अवस्था में लाभकारी है।
कम कैलोरी वाले फूड्स – अधिक उम्र के ज्यादातर लोगों को कम शारीरिक श्रम करना होता है। ऐसे में ज्यादा कैलोरी वाले फूड्स अतिरिक्त चर्बी बढ़ा सकते हैं। ऐसे में कम कैलोरी और ज्याद पोषण वाले फूड्स का सेवन लाभकारी होता है। साबुत भोजन, फल, मछली आदि ऐसे फूड्स हैं जिनमें कैलोरी तो कम होती है लेकिन ये बेहद पौष्टिक होते हैं।
प्रोटीन – एक अध्ययन में बताया गया है कि 30 साल की उम्र के बाद हर दस साल में वयस्कों के मसल्स में 3-8 प्रतिशत की कमी आती है। यही कारण है कि बुढ़ापे में लोग कमजोरी महसूस करते हैं। ऐसे में प्रोटीन का सेवन आपके शरीर में मसल्स को मेंटेन रखने तथा कमजोरी दूर करने में मदद कर सकती है। इसके लिए अंडे, चिकन, बादाम और पनीर का सेवन किया जा सकता है।
आयरन – बुढ़ापे में शरीर में आयरन की कमी एक आम समस्या है। यह एनीमिया का भी कारण बन सकती है, जिसमें शरीर के सभी अंगों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पाती। ऐसे में आयरन से भरपूर रेड मीट, ब्रोकली और डार्क चॉकलेट्स का सेवन फायदेमंद होता है।

