किडनी का काम बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकाला और बॉडी की अंदर से साफ-सफाई करना है। बॉडी के इस जरूरी अंग की देखभाल करना जरूरी है। किडनी से जुड़ी परेशानियों की बात करें तो इसमें किडनी स्टोन की समस्या लोगों को ज्यादा परेशान करती है। क्रोनिक किडनी डिजीज का अगर इलाज नहीं किया जाए तो किडनी फेल होने तक का खतरा रहता है। किडनी की बीमारी होने के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे पानी का कम सेवन करना, वजन का तेजी से बढ़ना, प्रोटीन डाइट का अधिक सेवन, यूरिक एसिड का बढ़ना, दवाईयों का अधिक सेवन करना शामिल है।

देश और दुनिया में किडनी से जुड़े मरीजों की संख्या में तेजी से इज़ाफा हो रहा है। 37 मिलियन से ज़्यादा अमेरिकी युवा किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं और उनमें से ज्यादातर को इसके बारे में पता ही नहीं है। किडनी की बीमारी के शरीर में जो लक्षण दिखते हैं उन्हें समझना किसी के लिए आसान काम नहीं है। किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों को बहुत बाद के चरणों तक लक्षण महसूस नहीं होते, जब किडनी काम करना बंद कर देती है या जब पेशाब में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होता है तब कुछ लक्षण दिखते हैं।

क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित सिर्फ़ 10% लोगों को ही पता होता है कि उन्हें किडनी की परेशानी है। नेशनल किडनी फाउंडेशन के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जोसेफ़ वासालोटी ने बताया कि किडनी की परेशानी का पता लगाने के लिए कुछ खास संकेत है जिन्हें समझकर किडनी की बीमारी का पता लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि किडनी खराब होने पर बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।

बहुत अधिक थकान होना

किडनी में परेशानी होने पर बहुत अधिक थकान और कमजोरी की शिकायत हो सकती है। ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होती है। किडनी ठीक से काम नहीं करती जिसकी वजह से ब्लड में टॉक्सिन जमा हो जाते हैं। इस बीमारी में एनीमिया हो सकता है जो थकान और कमजोरी को बढ़ा सकता है।

नींद में आती है कमी

किडनी की परेशानी होने पर ब्लड में टॉक्सिन ज्यादा रहते हैं जो यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर नहीं निकल पाते और कई तरह की दिक्कतें बढ़ाते हैं। बॉडी में कई तरह की परेशानी होने से नींद कम आती है।

यूरिन का अधिक डिस्चार्ज होना

किडनी में स्टोन होने पर या किडनी से जुड़ी कुछ भी परेशानी होने पर यूरिन बार-बार डिस्चार्ज होता है। जब किडनी के फिल्टर को नुकसान पहुंचता है तो इससे पेशाब करने की इच्छा बढ़ सकती है। कभी-कभी यह यूरिन इंफेक्शन का भी कारण बनता है। पुरुषों में बढ़े हुए प्रोस्टेट का संकेत भी हो सकता है।

आंखों के आस-पास सूजन होना

अगर आप अपनी आंखों के आस-पास हमेशा सूजन महसूस करते हैं तो तुरंत सावधान हो जाए। आंखों के आस-पास सूजन होना किडनी के फिल्टर के डैमेज होने के संकेत हैं। आंखों के आस-पास सूजन होना इस बात का संकेत है कि किडनी शरीर में प्रोटीन को रखने के बजाय मूत्र में बड़ी मात्रा में प्रोटीन लीक कर रही हैं।

भूख का कम होना

भूख का कम होना किडनी की बीमारी के संकेत हैं। किडनी की कार्यक्षमता कम होने के कारण उसमें टॉक्सिन जमा होने लगते हैं जिसकी वजह से भूख कम लगती है।