पेशाब का सामान्य होना इस बात का संकेत है कि आपकी किडनी सही तरीके से अपना काम कर रही हैं और शरीर से जमा हुए टॉक्सिन्स व वेस्ट पदार्थ को प्रभावी ढंग से बाहर निकाल रही हैं। शरीर में किसी भी तरह की गड़बड़ी सबसे पहले यूरिन के रंग, गंध या प्रवाह में बदलाव के रूप में दिखाई देने लगती है। डॉक्टरों के अनुसार अगर पेशाब का रंग बहुत गहरा, बहुत हल्का, झागदार, या रुक-रुक कर आने वाला है, तो यह सामान्य नहीं माना जाता। ऐसी स्थितियां किडनी की कार्यक्षमता में कमी, डिहाइड्रेशन, UTI, या ब्लड शुगर असंतुलन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं की ओर संकेत कर सकती हैं।
यूरिन में झाग आना अक्सर प्रोटीन लीक (Proteinuria) का संकेत होता है, जो दर्शाता है कि किडनी के फिल्टर (glomeruli) कमजोर हो रहे हैं और वे खून में मौजूद प्रोटीन को रोक नहीं पा रहे। वहीं पेशाब में जलन या बदबू होना बैक्टीरियल इंफेक्शन या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) का लक्षण हो सकता है। अगर पेशाब का रंग गुलाबी या रेड दिखे, तो यह ब्लड इन यूरिन (Hematuria) का संकेत है, जो किडनी स्टोन, संक्रमण या किसी गंभीर किडनी रोग की संभावना को दर्शाता है।
एक्सपर्ट के मुताबिक हेल्दी इंसान को दिनभर में 6–8 बार साफ और हल्के पीले रंग का यूरिन आना चाहिए। अगर पेशाब बहुत कम मात्रा में आ रहा है, तो यह शरीर में पानी की कमी या किडनी फंक्शन में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। कई बार लोग यह सोचकर परेशान हो जाते हैं कि पेशाब में झाग आना यानी किडनी में कोई गंभीर दिक्कत है। आइए डॉक्टर से जानते हैं कि पेशाब में झाग दिखना क्या वास्तव में किडनी डैमेज होने का संकेत है?
पेशाब में झाग दिखना क्या किडनी डैमेज होने का संकेत है?
KIMS हॉस्पिटल, ठाणे के कंसल्टेंट यूरोलॉजिस्ट डॉ. अजीत गुजेला ने बताया कि झागदार पेशाब हर बार किडनी रोग का संकेत नहीं होता। उन्होंने बताया कई बार ये सिर्फ तेज़ यूरिन फ्लो, शरीर में डिहाइड्रेशन या टॉयलेट में बचे साबुन के झाग की वजह से भी हो सकता है। लेकिन अगर पेशाब में झाग बार-बार या लगातार बना रहे तो यह पेशाब में प्रोटीन के लीक होने का संकेत हो सकता है। इसका मतलब है कि किडनी के फिल्टर ठीक से काम नहीं कर रहे जिसके लिए आपको सतर्क रहना जरूरी है।
पेशाब में झाग दिखे तो कब चिंतित होना चाहिए?
डॉ. गुजेला के अनुसार अगर आपको किसी एक दिन झागदार पेशाब आए तो कोई परेशानी की बात नहीं है। ध्यान इस बात पर दें कि क्या यह पैटर्न बन गया है। पेशाब में झाग लगातार कई दिनों तक बना रहे. साथ ही पैरों, टखनों, हाथों या आंखों के आसपास सूजन दिखे,थकान, पेशाब की मात्रा में कमी, वजन में बदलाव या रंग में परिवर्तन दिखाई दे तो ऐसे मामले में यूरिन टेस्ट (Protein Test) और किडनी फंक्शन टेस्ट (Creatinine, eGFR) कराना जरूरी होता है। डॉ. गुजेला कहते हैं पेशाब में झाग को नजरअंदाज न करें। यह किडनी की शुरुआती चेतावनी हो सकती है। सही समय पर टेस्ट और हाइड्रेशन सुधारना किडनी की सेहत को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका है।
इन वजहों से कभी-कभी आता है झागदार पेशाब
- अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते तो आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है जिसकी वजह से पेशाब गाढ़ा होकर झागदार दिख सकता है।
- नमक और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन किडनी पर दबाव डालता हैं।
- ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल कंट्रोल में रखें। ये दोनों किडनी को नुकसान पहुंचाने के प्रमुख कारण हैं।
- हाई प्रोटीन डाइट या सप्लीमेंट का सेवन यूरिन में झाग का कारण बन सकता है।
