मानव शरीर में सभी अंगों का अपना कार्य है और सभी अंग बेहद महत्वपूर्ण हैं; लेकिन किडनी का मुख्य कार्य शरीर से खराब एवं बेकार तरल पदार्थो को यूरीन के माध्यम से मानव शरीर से बहार निकलना है। इसके अतिरिक्त किडनी मानव शरीर में साल्ट, पोटेशियम एवं एसिड की मात्र को भी नियंत्रित करती है।

साथ ही साथ किडनी से वह हार्मोन भी निकलते हैं जो हमारे शरीर के अन्य अंगो को कार्य करने के लिए जरूरी हैं। वहीं जब किडनी प्यूरीन नामक पदार्थ को फ़िल्टर नहीं कर पाती है तो खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है।हमारे शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर गाउट (gout) और गुर्दे की पथरी (kidney stones) जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

कई मामलों में, कुछ रोगियों में यूरिक एसिड का कम स्तर भी देखा जाता है। कुछ अध्यनों में बताया गया है कि यूरिक एसिड कम होने से बाद में चलकर हाई बीपी, शुगर इत्यादि जैसी बीमारियाँ हो सकती है। यूरिक एसिड कम होना अक्सर उच्च यूरिक एसिड जितना गंभीर नहीं होता है। लेकिन कुछ मामलों में सावधान रहना बेहतर है।

यूरिक एसिड कम होने के लक्षण

जब शरीर से यूरिक एसिड अधिक मात्रा में यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाता है तो शरीर में इसका स्तर कम हो जाता है। यूरिक एसिड सिर्फ अपशिष्ट पदार्थ ही नहीं है बल्कि संतुलित मात्रा में शरीर में एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर में मौजूद हानिकारक पदार्थों से शरीर की रक्षा करते हैं। कई शोधों के माध्यम से पता चला है कि यूरिक एसिड के निम्न स्तर वाले लोगों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप या हाई बीपी और विभिन्न कैंसर जैसी स्थितियों के विकसित होने की संभावना अधिक होती है।

कम यूरिक एसिड, हाई यूरिक एसिड के जितना गंभीर नहीं होता है लेकिन कई बार इसके लक्षण सामने नहीं आते हैं। कुछ रोगियों में यूरिक एसिड का कम स्तर शरीर में कुछ छुपी हुई बीमारियों की तरफ इशारा कर सकता है।

कब यूरिक एसिड को कम कहा जाता है?

पुरुषों और महिलाओं के शरीर की संरचनाएं और मेटाबॉलिज़्म दर अलग-अलग होती हैं। यूरिक एसिड के स्तर की बात करें तो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए अलग होता है। पुरुषों के लिए, यूरिक एसिड की सामान्य स्तर 3.4 – 7 मिलीग्राम / डीएल है। जबकि, महिलाओं के लिए, सामान्य स्तर 2.5 – 6 मिलीग्राम / डीएल है। पुरुषों में 3.4 मिलीग्राम / डीएल से कम और महिलाओं में 2.5 मिलीग्राम / डीएल से कम को शरीर में हाइपोरिसीमिया (hypouricemia) या यूरिक एसिड का निम्न स्तर कहा जाता है।

यूरिक एसिड कम होने के कारण

शरीर में यूरिक एसिड कम होने के कारण कई सारे हो सकते हैं लेकिन उसमें से सबसे प्रमुख जो हैं वो है आहार, कम प्यूरीन की मात्रा वाले फूड्स शरीर में यूरिक एसिड की कमी करवा सकते हैं। इसके अलावा कुछ दवाएं भी हैं जो शरीर में बनने वाले यूरिक एसिड की मात्रा को कम कर सकती हैं। जैसे एलोप्यूरीनोल (allopurinol) और फेब्यूक्सोस्टाट (febuxostat) या किडनी द्वारा निकाली जा रही मात्रा को बढ़ा सकती हैं जैसे प्रोबेनेसिड (probenecid); इसके अलावा कई बीमारियों में भी यूरिक एसिड की मात्रा कम हो सकती है।

  • हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism)
  • नेफ्रैटिस (Nephritis)
  • विल्सन रोग (Wilson disease)
  • फैंकोनी सिंड्रोम (Fanconi syndrome)
  • मल्टीपल स्केलेरोसिस (Multiple sclerosis)
  • अनुचित एंटीड्यूरेटिक हॉर्मोन सिंड्रोम (SIADH)
  • मल्टीप्ल मायलोमा (Multiple myeloma)

यूरिक एसिड बढ़ाने के लिए क्या करें

यूरिक एसिड कम या ज़्यादा होने पर आप अपने आहार में कुछ परिवर्तन ला सकते हैं जो यूरिक एसिड के स्तर को ठीक कर सकते हैं। लेकिन बिना अपने डॉक्टर की सलाह से खुद यूरिक एसिड बढ़ाने की कोशिश न करें। क्योंकि कम यूरिक एसिड से ज़्यादा, उसका बढ़ा हुआ स्तर हानिकारक है क्योंकि उससे गाउट और किडनी में पथरी जैसी बहुत सारी तकलीफें हो सकती है।