आज के समय में आरामदायक जीवनशैली और खराब खानपान के कारण फैटी लिवर की समस्या बढ़ती जा रही है। लिवर के पास यूं तो हमेशा ही फैट यानी वसा जमा रहता है, लेकिन जब सेल में बहुत ही अधिक फैट इक्ट्ठा हो जाता है, तो इसके कारण लिवर फैटी होने लगता है। फैटी लिवर दो तरह का होता है, एल्कोहलिक और नॉन एल्कोहलिक।

एल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्या ज्यादा शराब पीने से होती है। तो वहीं, नॉन अल्कोहलिक लिवर की समस्या तब होती है, जब लिवर में वसा की मात्रा 10 गुणा ज्यादा बढ़ जाती है और यह सामान्य रूप से काम करना बंद कर देता है। दोनों ही समस्याओं में लोगों को कड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। साथ ही यह जानलेवा बीमारी को भी जन्म दे सकता है, जिनमें हेपेटाइटिस, लिवर सिरोसिस और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी शामिल हैं। हालांकि, खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव करके भी फैटी लिवर की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

-कॉफी: एक शोध के अनुसार कॉफी पीना लिवर के लिए काफी फायदेमंद होता है। नियमित रूप से कॉफी का सेवन करने से लिवर की बीमारी होने का खतरा भी कम होता है। इसके लिए ब्लैक कॉफी काफी फायदेमंद है। कॉफी का सेवन करने से लिवर में एंजाइम तेजी से बनते हैं, जो शरीर की सूजन को कम करने में मददगार हैं।

-मेडिटेरियन डाइट: 2017 में हुई एक शोध के मुताबिक फैटी लिवर की समस्या से निजात पाने के लिए अपने खाने में प्लांट बेस्ड फूड शामिल करना चाहिए। इससे बिना वजन कम किए ही लिवर से फैट कम होने लगता है। मेडिटेरियन डाइट में कई तरह के फल, सब्जियां और जड़ें शामिल हैं।

इनमें जामुन, सेब, संतरा, केले, तरबूज, हरी-पत्तेदार सब्जियां, अंजीर, गाजर, बैंगन, ब्रोकोली, खीरे, टमाटर आदि शामिल हैं। वहीं, आप जड़ों में दाल, मटर बीन्स, एवोकाडो, छोले आदि का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि, इन चीजों में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है।

-अलसी के बीज और सेब का सिरका: अलसी के बीज भी लिवर की समस्या से छुटकारा दिलाने में कारगर हैं। इसके लिए आपको नियमित तौर पर अलसी के बीज का सेवन करना चाहिए। वहीं, अगर सेब के सिरके की बात करें, तो यह समग्र स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। रोजाना सुबह गुनगुने पानी में सेब का सिरका मिलाकर उसका सेवन करना चाहिए।