Immunity Boosting Tips: फरवरी का महीना जल्द शुरू होने वाला है। माना जाता है कि वसंत पंचमी के बाद से सर्दियां कम होने लगती हैं। मगर स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि इस मौसम में स्वास्थ्य का ध्यान अधिक सतर्कता के साथ रखना चाहिए। हर कोई आज के समय में सेहतमंद व बीमारियों से दूर रहना चाहता है। स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि लोगों की रोग प्रतिरोधक प्रणाली मजबूत रहे। ऐसे में इस मौसम में कमजोर इम्युनिटी के लोगों को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कुछ फूड्स के सेवन से लोग अपनी इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बना सकते हैं।

आंवला: इम्युनिटी बूस्टिंग फूड्स में आंवला का नाम भी लिया जाता है। शरीर में मौजूद वात्त दोष व्यक्ति में सूखी खांसी, सरसराहट, सिरदर्द, बलगम और बदन दर्द के लिए जिम्मेदार होते हैं। विटामिन-सी का बेहतरीन स्रोत आंवला इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार है। ये T सेल्स को सक्रिय करते हैं जो कि इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं।

तुलसी: आयुर्वेद में तुलसी को बेहद महत्वपूर्ण बताया गया है। इसमें एंटी-बायोटिक, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो इम्युनिटी बूस्ट करने में मददगार हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि रोज़ाना नियमित रूप से कच्ची तुलसी की पत्तियां खाने से गले की खराश में आराम मिलता है। साथ ही, सूजन व छाती में जकड़न और बलगम दूर करने में मददगार है।

अश्वगंधा: नैशनल कॉलेज ऑफ नैचुरल मेडिसिन की एक अध्ययन के मुताबिक अश्वगंधा में इम्युनोलॉजिक प्रभाव होता है जो इम्युनिटी बूस्ट करने में मददगार है।

गिलोय: गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो बेहतर इम्युनिटी के लिए आवश्यक हैं। ये शरीर को फ्री रैडिकल्स से लड़ने की ताकत प्रदान करते हैं।

करक्युमिन: हल्दी में पाया जाने वाला तत्व करक्युमिन एंटी-इंफ्लेमेट्री तत्वों से भरपूर होते हैं। इसमें एंटी-वायरल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। ये त्रिदोष व विषैले पदार्थों को दूर करने में मददगार है जो अंततः रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।

अदरक-लहसुन: अदरक में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं जो बीमारियों से दूर रखने में मददगार होता है। वहीं, लहसुन भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में फायदेमंद है। इसके सेवन से सर्दी में खांसी-जुकाम की परेशानी भी दूर होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जो लोग गंभीर सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं, उन्हें रोज सुबह कच्चे लहसुन का सेवन करना चाहिए।