Best herb for anti-aging: उम्र का बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है जिसके बढ़ने से बॉडी में गिरावट आती है। उम्र बढ़ने पर शरीर के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है और मृत्यु दर की संभावना बढ़ जाती है। मेडिकल साइंस में कोई ऐसी एंटी एजिंग दवा का इजाद नहीं हुआ है जिसके जरिए बढ़ती उम्र को रोका जा सके। मेडिकल साइंस ने कई ऐसी औषधीय पौधों और फूड्स के एंटी एजिंग गुणों पर रिसर्च की है लेकिन ये जानकारी पूरी तरह संगठित नहीं है।
Web of Science डेटाबेस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुछ पौधे ऐसे हैं जिनमें एंटी एजिंग गुण मौजूद हैं। अगर इन हर्ब्स की पत्तियों का इंसान रोजाना सेवन करें तो आसानी से अपनी बढ़ती उम्र को भी कंट्रोल कर सकता है। औषधीय गुणों से भरपूर कुछ प्लांट ऐसे हैं जो उम्र बढ़ने और उससे संबंधित विकारों से जुड़ी मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं को बेहद सहज तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं।
हम बात कर रहे हैं मोरिंगा प्लांट की जो औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है। इसकी पत्तियां विभिन्न पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। इसमें मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-ई, और विटामिन के जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. संजय कुमार ने बताया कि मोरिंगा की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती हैं जो बॉडी को पोषण देती हैं और स्किन को बढ़ती उम्र तक जवान रखती हैं। इन पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं और कोलेजन का नेचुरल तरीके से उत्पादन करते हैं। कोलेजन की कमी ही आपको जल्दी बूढ़ा जाहिर करती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कोलेजन क्या है और ये पत्तियां कैसे नेचुरल तरीके से कोलेजन का निर्माण करती है जिसे खाकर आप उम्र बढ़ने पर भी जवान रह सकते हैं।
कोलेजन क्या है?
कोलेजन (Collagen) एक प्रकार का प्रोटीन है जो हमारी बॉडी में सबसे ज्यादा मौजूद होता है। ये जरूरी प्रोटीन हमारी स्किन, हड्डियों,मांसपेशियों,ब्लड वैसल्स और दूसरे संयोजी ऊतकों में पाया जाता है। कोलेजन की मुख्य भूमिका शरीर को संरचना और एनर्जी देती है। ये पत्तियां ऊतकों को एक साथ जोड़ती हैं, उन्हें लचीलापन और मजबूती देती हैं। कोलेजन का उत्पादन उम्र के साथ घटता रहता है जिसकी कमी होने से स्किन में झुर्रियां आने लगती है, हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और जोड़ो में दर्द बढ़ने लगता है। बॉडी में इसकी कमी को बनाएं रखने के लिए सप्लीमेंट लेने की जरूरत होती है। मोरिंगा की पत्तियां कोलेजन के लिए बेस्ट सप्लीमेंट हैं।
मोरिंगा की पत्तियां कैसे नेचुरल तरीके से कोलेजन का करती है निर्माण
मोरिंगा की पत्तियों का इस्तेमाल आप फेस पैक बनाकर कर सकते हैं। इन पत्तियों का DIY पैक लगाने से चेहरे की झुर्रियां दूर होती हैं और स्किन की रंगत में निखार आता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार, मोरिंगा ओलीफेरा की पत्तियां नेचुरल सल्फर का एक स्रोत हैं, ये एक ऐसा यौगिक है जो कोलेजन और केराटिन बनाने वाले प्रोटीन का निर्माण करने के लिए महत्वपूर्ण है। स्किन का भोजन हैं ये पत्तियां जो स्किन को जवान और हेल्दी रखती हैं। विटामिन C से भरपूर मोरिंगा के पत्ते शरीर में कोलेजन संश्लेषण (synthesis) को उत्तेजित करते है। यह कोलेजन के अणु के निर्माण के लिए जरूरी है और स्किन को मजबूत और लचीला बनाने में मदद करते है।
विटामिन A और विटामिन B से भरपूर मोरिंगा के पत्ते स्किन की सेहत को बेहतर बनाते हैं और स्किन के पुनर्निर्माण और कोलेजन के उत्पादन को उत्तेजित करते हैं। आप इन पत्तियों को रोज चबा लें तो आप 50 साल की उम्र में भी 30 साल के युवा दिखेंगे।
मोरिंगा पत्तों का सेवन कैसे करें
- मोरिंगा पत्तों को पीसकर आप उसका पाउडर बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं। सूखे मोरिंगा के पत्तों को बारीक पीसकर पाउडर बना लें और इसे स्मूदी, दही, ओटमील या सूप पर छिड़कें। डाइट में मोरिंगा के पत्तों को शामिल करने का ये बेहतरीन तरीका है।
- मोरिंगा की चाय बनाकर उसका सेवन करें। मोरिंगा के सूखे पत्तों को गर्म पानी में कुछ देर पकाएं और उसे गुनगुना करके उसमें शहद या नींबू मिलाकर उसका सेवन करें।
- सलाद में ताज़ी मोरिंगा की पत्तियां डालकर खाएं। इनका हल्का, मिर्च जैसा स्वाद होता है जो सलाद में अच्छा लगता है।
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