Immunity Boosting Tips: मार्च महीना खत्म होने पर है, इसके साथ ही गर्मी की शुरुआत हो जाती है। अक्सर लोग ऐसा सोचते हैं कि गर्मी के मौसम में उन्हें सर्दी-खांसी की शिकायत नहीं होगी, लेकिन असल में फ्लू या फिर सर्दी किसी भी मौसम में लोगों को जकड़ सकती है। वहीं, कोरोना वायरस के दोबारा बढ़ते मामले भी चिंताजनक है। ऐसे में अपनी इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग रखना आवश्यक है। प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में आयुर्वेद भी मददगार है। आइए जानते हैं विस्तार से –
हल्दी का पेस्ट: हल्दी को फ्लू से लड़ने में बेहद असरदार माना जाता है, बड़े-बुजुर्ग भी स्वास्थ्य समस्याओं से निदान के लिए सीमित मात्रा में इसके सेवन की सलाह देते हैं। हल्दी पाउडर में कच्चे ऑर्गैनिक शहद को मिलाएं। साथ ही आप चाहें तो इस पेस्ट में घी, काली मिर्च या फिर मिश्री मिला सकते हैं। इस मिश्रण में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं जो कि वायरल से लड़ने में सहायक होते हैं।
अश्वगंधा है असरदार: आयुर्वेद में अश्वगंधा को इसके औषधीय गुणों के कारण सुपरफूड कहा जाता है। शरीर को इंफेक्शन और सर्दी-जुकाम के लक्षणों से दूर रखने के लिए अश्वगंधा का सेवन फायदेमंद है। लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जो लोग नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करते हैं, उनकी इम्युनिटी प्राकृतिक रूप से बेहतर होती जाती है।
जो लोग सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं उन्हें दिन भर में 3 बार इसका सेवन करना चाहिए। आप चाहें तो इसे पाउडर या फिर टैबलेट के रूप में ले सकते हैं। इसके साथ ही, लंबे समय से जो लोग स्ट्रेस और थकान से पीड़ित हैं उनके लिए भी अश्वगंधा का सेवन फायदेमंद है।
शहद का करें इस्तेमाल: आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में कई सालों से शहद का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। साथ ही विटामिन-सी, नियासिन, कैल्शियम और आयरन का बेहतरीन स्रोत होता है शहद जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
लें स्टीम: बंद नाक, गले में खराश और सूखी खांसी को दूर करने में भाप का कोई जोड़ नहीं है। इससे बलगम को दूर करने में भी मदद मिलती है। फ्लू के कारण होने वाली कंजेशन से राहत पाने के लिए भी भाप लेना एक बेहतर उपाय है।