Diabetes Symptoms: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार दुनिया भर में करीब 422 मिलियन लोग डायबिटीज बीमारी से ग्रस्त हैं। ये आंकड़ें तो चिंताजनक हैं ही साथ में जो बात अधिक परेशान करती है वो ये है कि मधुमेह रोग के लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं। एक सर्वे के अनुसार देश में डायबिटीज के 75 फीसदी से अधिक मरीजों में शुगर का स्तर अनियंत्रित रहता है। अनियंत्रित डायबिटीज के वजह से मरीजों को हृदयरोग, रक्तचाप, स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
डायबिटीज को साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि जब तक इसके लक्षणों की पहचान होती है और लोगों उपचार या प्रीकॉशन लेने की सोचते हैं, उससे पहले ही ये बीमारी शरीर पर धावा बोल चुका होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार डायबिटीज के कारण लोगों की स्किन और पैरों में कुछ बदलाव आते हैं जिनके जरिये इस रोग का पता लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं –
त्वचा रूखी या धब्बेदार हो जाए: स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि स्किन पर डायबिटीज का प्रभाव सबसे पहले देखने को मिलता है। मधुमेह के रोगियों की त्वचा ड्राय हो सकती है, इस कारण उन्हें खुजली या रैशेज निकलने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा, कोहनी, घुटना, ग्रोइन, गर्दन या फिर आर्मपिट में धब्बे होना भी डायबिटीज की ओर इशारा करता है।
लाल, पीले अथवा भूरे पैच: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि डायबिटीज के मरीजों के शरीर में ऐसा हो सकता है। इस स्थिति को नेक्रोबायोसिस लिपोइडिका कहते हैं। इसमें पिंपल की तरह एक सॉलिड लंप होता है जो बाद में पैच के जैसे दिखने लगता है। इसके कारण स्किन सूज जाती है, इसमें खुजली और दर्द हो सकता है।
मोटी स्किन: जिन लोगों की उंगली या स्किन अचानक स मोटा महसूस होने लगे उन्हें अपने रक्त शर्करा के स्तर की जांच जरूर करवानी चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि ऐसा डिजिटल स्क्लेरोसिस के कारण हो सकता है। इस स्थिति में हाथ और उंगलियों के आसपास त्वचा टाइट और मोम की परत जैसी नजर आने लगती है।
पैरों में हो सकती हैं ये दिक्कतें: जब ब्लड शुगर अधिक हो जाता है तो शरीर के अलग-अलग हिस्सों में ब्लड सप्लाई सुचारू ढ़ंग से नहीं हो पाता है। इसके कारण पैरों में सूजन हो सकती है। इसके अलावा, पैर में घाव ज्यादा निकल रहे हैं या फिर उन्हें ठीक होने में अधिक वक्त लग रहा है तो ऐसा डायबिटीज के कारण हो सकता है। तलवे या फिर पंजों के आसपास होने वाले जलन भी मधुमेह रोग का एक लक्षण हो सकता है। वहीं कुछ मरीजों को पैरों के सुन्न होने की शिकायत होती है।

