एक्जिमा त्वचा पर होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है। त्वचा में खुजली होना और उसके बाद त्वचा का लाल हो जाना एक्जिमा होने का संकेत होते हैं। खान-पान की वजह से भी या फिर हवा से होने वाली एलर्जी की वजह से किसी को भी एक्जिमा की शिकायत हो सकती है। बदलते पर्यावरणीय हालात भी एक्जिमा के लिए जिम्मेदार होते हैं। एक्जिमा का इलाज करने से पहले उसके लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। इसके लिए अगर आपकी त्वचा में सूजन है या फिर लाल चकत्ते पड़े हुए हैं तो यह भी एक्जिमा के लक्षण हो सकते हैं। दवाओं आदि के सेवन से भी इस रोग का सम्पूर्ण इलाज नहीं संभव नहीं हो पाता है। यह काफी लंबे समय तक रहने वाला रोग है। कुछ सावधानियों को अपनाकर इस रोग की गंभीरता को कम किया जा सकता है ताकि बाद में इसका बेहतर ईलाज किया जा सके।
एक्जिमा को नियंत्रित करने के लिए जरूरी है कि आपकी स्किन में नमी बरकरार रहे। इसके लिए आप माश्चराइजर का प्रयोग कर सकते हैं। इससे न सिर्फ त्वचा को जरूरी पोषण मिलता है बल्कि यह उसे रूखा होने से बचाता है जिसकी वजह से खुजली की समस्या से काफी राहत मिलती है। एक्जिमा से बचने के लिए जरूरी है कि आप खुजली और रूखेपन से बचकर रहें। ऐसे में आपको अधिक गर्म तथा बहुत अधिक ठंडे वातावरण से बचकर रहना चाहिए। बहुत अधिक तापमान में रहने से पसीने की वजह से खुजली की समस्या हो सकती है, जबकि ठंडे तापमान में त्वचा में रूखापन आ जाता है, जो एक्जिमा के लक्षणों की वापसी कर सकता है।
एक्जिमा से बचने के लिए अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। खाने में फैटी एसिड्स का सेवन आपकी त्वचा में सूजन और एलर्जिक रिएक्शन कोकम करने में मदद करता है। इसके लिए आप ओमेगा 3 से भरपूर खाद्यों जैसे अखरोट, एवोकैडो, सैल्मन आदि का सेवन कर सकते हैं। खुजली और रूखेपन से राहत पाने के लिए हर दिन तकरीबन 400 IU विटामिन E का सेवन अनिवार्य है। विटामिन ए का सेवन कर भी एक्जिमा से राहत पाया जा सकता है। इसके अलावा रोजाना जिंक का उपयोगकरना भी एक्जिमा से बचाव के लिए बहुत जरूरी है।